अटल बिहारी के इरादों की गजल लिखनी है

– पूर्व प्रधानमंत्री की 90वें जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर भाजपा कार्यालय में कवि सम्मेलनसंवाददाता, मुजफ्फरपुरप्यार की कलम से हर दिल पर, अटल बिहारी के इरादों की गजल लिखनी है. बुधवार को जूरन छपरा स्थित जिला भाजपा कार्यालय में आचार्य चंद्र किशोर पराशर ने कुछ इन्हीं शब्दों में अटल बिहारी वाजपेयी को बधाइयां दी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2014 11:01 PM

– पूर्व प्रधानमंत्री की 90वें जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर भाजपा कार्यालय में कवि सम्मेलनसंवाददाता, मुजफ्फरपुरप्यार की कलम से हर दिल पर, अटल बिहारी के इरादों की गजल लिखनी है. बुधवार को जूरन छपरा स्थित जिला भाजपा कार्यालय में आचार्य चंद्र किशोर पराशर ने कुछ इन्हीं शब्दों में अटल बिहारी वाजपेयी को बधाइयां दी. मौका था भाजपा कला एवं संस्कृति मंच की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री के 90 वें जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन का. शुरुआत युवा कवि नीरज नयन ने ‘कोई ट्यूटर पर लिखता है, कोई फेसबुक पर लिखता है. नीरज का खेत कागज है, नीरज खेतों में लिखता है’ कविता से की. इसके बाद नर्मदेश्वर चौधरी ने ‘सूरज से जो आंखें मिलाते, वे खुद अपना भाग्य बनाते’, अंजनी पाठक ने ‘इमान तू इंसानियत को भूल मत जा’ व प्रो सत्यनारायण श्रीवास्तव ने ‘खिले अध खिले फूल आओ बटोर ले’ गजल सुना कर श्रोताओं की तालियां बंटोरी. तो राजमंगल पाठक की देश भक्ति गीत ‘सरहद पर नापाक पड़ोसी, भारत को ललकारा है’ ने युवाओं में जोश भरने का काम किया. प्रो देवव्रत अकेला की ‘सत्य का सिर्फ अहसास करो’, डॉ सरोज कुमार वर्मा की ‘पिता के नहीं रहने पर’ व विवेक कुमार सिंह की ‘अभी बहुत कुछ बांकी है’ कविता को भी लोगों ने काफी सराहा. मंच संचालन साहित्यकार नर्मदेश्वर चौधरी ने किया. मौके पर मुकेश सोना, अवध बिहारी सिंह, रामचंद्र सिंह, रंजीत कुमार, इंद्रकांत झा, प्रभात कुमार, जगन्नाथ साह सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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