दशा सुधारने के लिए घरेलू महिला मजदूर करेंगी आंदोलन
संबल की ओर से आयोजित सेमिनार में मजदूरों ने लिया निर्णयसंस्था की सचिव ने की अन्य संगठनों से सहयोग की अपीलवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरघरेलू महिला मजदूर अब अपनी दशा सुधारने के लिए आंदोलन चलायेंगी. यह निर्णय महिला मजदूरों ने गुरुवार को संबल की ओर से आबीटीएस कॉलेज में आयोजित सेमिनार में लिया. महिलाओं को कहना था […]
संबल की ओर से आयोजित सेमिनार में मजदूरों ने लिया निर्णयसंस्था की सचिव ने की अन्य संगठनों से सहयोग की अपीलवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरघरेलू महिला मजदूर अब अपनी दशा सुधारने के लिए आंदोलन चलायेंगी. यह निर्णय महिला मजदूरों ने गुरुवार को संबल की ओर से आबीटीएस कॉलेज में आयोजित सेमिनार में लिया. महिलाओं को कहना था कि शिक्षा अधिकार कानून के तहत उनके बच्चों का प्रावेट स्कूलों में नामांकन नहीं हो रहा है. उनके घरों में शौचालय की व्यवस्था नहीं है. उनके बच्चों को जन्म प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है. इन समस्याओं से वे लगातार जूझ रही हैं. लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. इस मौके पर श्रम अधीक्षक सुरेंद्र प्रसाद मेहता व कौशल किशोर रश्मि ने उन्हें सरकारी योजनाओं व श्रम कानूनों की जानकारी दी. संबल की सचिव संगीता सुभाषिणी ने विकास प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह संगठन बिना किसी सरकारी व गैर सरकारी मदद से काम कर रहा है. उन्होंने विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर महिला मजदूरों के हक में आंदोलन चलाने की अपील की. गांव जवार के संयोजक एम अखलाक ने कहा कि असंगठित क्षेत्र की महिला मजदूरों को संगठित कर अधिकारों के प्रति जागरूक करने की जरूरत है. सामाजिक कार्यकर्ता आनंद पटले ने भूमिहीन महिलाओं को जमीन दिलाने की बात कही. कार्यक्रम की अध्यक्षता वंदना शर्मा ने किया. इस मौके पर नदीम खान, अनिल द्विवेदी, रविशंकर, संदीप वर्मा, रिंकु देवी, चंद्रकला देवी सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किये. धन्यवाद ज्ञापन संबल के अध्यक्ष नरेश कुमार ने किया.