ट्रैफिक प्लान हो या अभियान, अब तक बेअसर
मुजफ्फरपुर: ट्रैफिक नियमों को लेकर शहर के जिन स्थानों पर सबसे अधिक सख्ती बरती जाती है, वहीं सुबह से शाम तक इसका मखौल उड़ाया जाता है. ऐसा तब होता है जब यातायात पुलिस हाथ में डंडा लिये सड़क पर खड़ी रहती है. सब कुछ उसकी आंखों के सामने होता है. जिसे जहां मरजी गाड़ी खड़ी […]
मुजफ्फरपुर: ट्रैफिक नियमों को लेकर शहर के जिन स्थानों पर सबसे अधिक सख्ती बरती जाती है, वहीं सुबह से शाम तक इसका मखौल उड़ाया जाता है. ऐसा तब होता है जब यातायात पुलिस हाथ में डंडा लिये सड़क पर खड़ी रहती है. सब कुछ उसकी आंखों के सामने होता है. जिसे जहां मरजी गाड़ी खड़ी कर सवारी उठा लेता है. दुकानें लगा लगा सकता है. लेकिन पुलिस उसे रोकने की जहमत नहीं उठाती. उनके लिए तो जैसे यह रोज की बात है.
इसी का नतीजा है कि जाम के कारण एक चौक से दूसरे चौक तक पहुंचने में घंटों लग जाते हैं. बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन की ओर कई बार योजनाएं बनीं. अभियान चला कर अतिक्रमण खाली कराया गया.
कुछ समय बीतने के बाद ही सारी योजनाएं व अभियान का असर खत्म हो जाता है. सड़क हो या बाजार अपने पुराने रूप में आ जाते हैं. अतिक्रमण अभियान भी कुछ जगहों पर चला कर हर साल खानापूर्ति की जाती है. सोमवार को फोटो जर्नलिस्ट माधव ने शहर के प्रमुख स्थानों का जायजा लिया व ऐसे दृश्यों को अपने कैमरे में कैद किया, जहां नियमों को तोड़ा जा रहा था.