योग ही समाधि व आत्मबोध का आध्यात्मिक दर्शन

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : पतंजलि योग समिति की ओर से चल रहे योग शिविर के समापन के मौके पर रविवार को लोगों को योग का अभ्यास करा कर रोग निवारण की विधि बतायी गयी. घिरनी पोखर स्थित लक्ष्मी अतिथि भवन में आयोजित समारोह में हरिद्वार से आये योग प्रशिक्षक अजीत कुमार ने लोगों को प्राणायाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2014 11:03 PM

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : पतंजलि योग समिति की ओर से चल रहे योग शिविर के समापन के मौके पर रविवार को लोगों को योग का अभ्यास करा कर रोग निवारण की विधि बतायी गयी. घिरनी पोखर स्थित लक्ष्मी अतिथि भवन में आयोजित समारोह में हरिद्वार से आये योग प्रशिक्षक अजीत कुमार ने लोगों को प्राणायाम का अभ्यास कराया. उन्होंने कहा कि ध्यान से शरीर व मन स्थिर व चंचलता दूर होती है. इसके लिए रीढ़ की हड्डी को सीधे रख कर बैठना व ध्यान मुद्रा में रह कर सांसों की गति को बनाये रखना है. उन्होंने उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अर्थराइटिस का उपचार के बारे में भी बताया. साथही लोगों को सात्विक , संतुलित व संपूर्ण आहार लेने की शिक्षा दी. साथ ही छह घंटे तक नींद को जरूरी बताया. उच्च रक्तचाप के मरीजों को नमक कम खाने की सलाह दी. श्री कुमार ने कहा कि योग ही समाधि, आत्म दर्शन, आत्म साक्षात्कार, आत्मबोध का आध्यात्मिक दर्शन है. योग एक संपूर्ण चिकित्सा विज्ञान है. आयोजन में सनत कुमार वर्मा, उमाशंकर कहनानी, सुलभा सिंह, आशा ठाकुर, विनय कुमार चौधरी, सोमनाथ नाथानी सहित कई लोग मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version