ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट बढ़ा

भिखनपुरा ग्रिड से 50 मेगावाट व एसकेएमसीएच ग्रिड से 30 मेगावाट बिजली की आपूर्ति लालटेन से बच्चों का पठन-पाठन संभव नहीं, आंदोलन के मूड में ग्रामीण उपभोक्ता वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति कम हो रही है. इसलिए बिजली का संकट बरकरार है. पिछले चार दिनों से भिखनपुरा ग्रिड व एसकेएमससीएच ग्रिड से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2014 11:02 PM

भिखनपुरा ग्रिड से 50 मेगावाट व एसकेएमसीएच ग्रिड से 30 मेगावाट बिजली की आपूर्ति लालटेन से बच्चों का पठन-पाठन संभव नहीं, आंदोलन के मूड में ग्रामीण उपभोक्ता वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति कम हो रही है. इसलिए बिजली का संकट बरकरार है. पिछले चार दिनों से भिखनपुरा ग्रिड व एसकेएमससीएच ग्रिड से बिजली में कटौती की जा रही है. इस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अंधेरा छाया रहता है. दिन में भी लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. बिजली इतनी मात्रा में दी जा रही है जिससे बच्चों का पठन-पाठन मुश्किल हो रहा है. इस बिजली से केवल मोबाइल चार्ज किया जा सकता है. सोमवार को भिखनपुरा ग्रिड से 50 मेगावाट व एसकेएमसीएच ग्रिड से 30 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गई. जबकि भिखनपुरा ग्रिड से 70 मेगावाट व एसकेएमसीएच से 35 मेगावाट बिजली आपूर्ति होती रही है. बिजली कटौती से कभी दिन में बिजली नहीं मिलती है तो कभी रात में अंधेरा छाया रहता है. बिजली विभाग के ग्रामीण क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता आरएन चौधरी ने बताया कि बिजली कटौती से गांवों को पूरी बिजली देना मुश्किल हो रहा है. कुढ़नी के बंगरा वंशीधर निवासी नवल किशोर कुशवाहा, कुढ़नी के शंभु राय, मनकौली के भोला राय बताते हैं कि बिजली की इस स्थिति से बच्चों का पठन-पाठन मुश्किल हो रहा है. बिजली कभी-कभी आती है. बच्चे अब लालटेन की रोशनी में पढ़ना नहीं चाहते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग के दावे के अनुसार गांवों में बिजली नहीं मिलती है. फिर आंदोलन किया जायेगा.

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