मुजफ्फापुर: मुजफ्फरपुर थर्मल पावर स्टेशन की 220 केवीए लाइन के बश में मरम्मत को लेकर पूरे दिन बिजली की किल्लत रही. जिले को मात्र 40 मेगावाट बिजली मिलने से अधिकांश फीडर को रोटेशन पर रखा गया था. ग्रामीण क्षेत्र के कई फीडरों को तो कुछ देर के लिए बंद कर देना पड़ा. इधर, उमस वाली गरमी में बिजली गुल रहने के कारण जहां लोग पंखा के हवा के लिए तरस गये. वही पानी की किल्लत का सामना भी करना पड़ा. खास कर सुबह में पानी नहीं निकाल पाये लोगों के लिए मंगलवार का दिन परेशानी भरा रहा.
निगम की पानी सप्लाइ भी प्रभावित हुई. शाम पांच बजे के बाद आपूर्ति सामान्य होने के बाद ही राहत मिली. देर शाम जिले को 85 मेगावाट तक आपूर्ति की जा रही थी. भिखनपुर ग्रिड को 70 व एसकेएमसीएच को 15 मेगावाट बिजली उपलब्ध करायी जा रही थी.
एमटीपीएस से 400 मेगावाट के जगह 200 मेगावाट बिजली आपूर्ति होने से उत्तर बिहार के सभी जिले में बिजली संकट की स्थिति बनी थी. शाम के बाद आवंटन में वृद्धि होने से सभी जिलों को आवश्यकता के अनुसार बिजली आपूर्ति की गयी.
राजपूत टोला का ट्रांसफॉर्मर जला
बेला सबस्टेशन अंतर्गत राजपूत टोला (कन्हौली) का ट्रांसफॉर्मर सोमवार शाम को जल गया. इससे 100 अधिक लोगों की बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. बत्ती गुल रहने से लोगों को गरमी में पानी संकट का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार ट्रांसफॉर्मर पर अधिक लोड रहने के कारण कुछ दिनों से लो वोल्टेज व फ्यूज उड़ने की समस्या बनी हुई थी. इधर कार्यपालक अभियंता पूर्वी ने बताया कि बुधवार को ट्रांसफॉर्मर लगा दिया जायेगा.
नहीं बंटा बिजली बिल
आला अधिकारियों के बार-बार निर्देश के बावजूद बिल वितरण व मीटर रीडिंग पटरी पर नहीं आ रही है. बिल समय पर नहीं मिलने से लोग जमा नहीं कर पा रहे हैं. जून का बिल नहीं मिलने से लोग परेशान हैं. बिल डेट के आठ दिन शेष बचे रहने के बावजूद जिले में बिल वितरण की गति काफी धीमी है. शहरी क्षेत्र के ब्रह्नापुरा के आसपास के मोहल्लों व पश्चिमी विद्युत क्षेत्र के पारू व सरैया के उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिल पाया है. पूर्वी विद्युत प्रमंडल में बिल वितरण की स्थिति ठीक नही है. विभागीय नियमानुसार बिल डेट के 15 दिन पूर्व विपत्र उपभोक्ता को उपलब्ध कराना है.