दवाओं का हिसाब देने के बाद चालू हुआ डीएएचओ का वेतन

– 2008 से ही दवा का हिसाब दबा बैठे थे अधिकारी – वेतन रोकने के बाद सभी ने दिया फॉरमेट में हिसाब वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरदवा का हिसाब देने के बाद मुजफ्फरपुर समेत 11 जिलों के जिला पशुपालन पदाधिकारियों का वेतन चालू हो गया है. वर्ष 2008 से पशुपालन विभाग के अधिकारी दवा खरीद का हिसाब- […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2014 7:04 PM

– 2008 से ही दवा का हिसाब दबा बैठे थे अधिकारी – वेतन रोकने के बाद सभी ने दिया फॉरमेट में हिसाब वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरदवा का हिसाब देने के बाद मुजफ्फरपुर समेत 11 जिलों के जिला पशुपालन पदाधिकारियों का वेतन चालू हो गया है. वर्ष 2008 से पशुपालन विभाग के अधिकारी दवा खरीद का हिसाब- किताब दबाये बैठे थे जब पशुपालन निदेशक ने सारे अधिकारियों का वेतन एक साथ रोक दिया, इसके बाद सभी अधिकारियों ने विभाग के आदेशानुसार तय प्रपत्र में हिसाब-कि ताब चुकता कर दिया. इसके बाद विभाग ने सभी अधिकारियों का वेतन चालू करने का निर्देश दिया है. विभागीय पत्र के अनुसार, वर्ष 2008 में पशुपालन विभाग में काफी मात्रा में पशुओं के लिए कीड़ा की दवा (आक्सीक्लोजानाइड) की खरीदारी की थी. इसके बाद भी काफी पैसे विभाग के खाते में बच गये थे. विभाग के अधिकारियों ने दरियादिली दिखाते हुए बिना आदेश के ऑक्सीक्लोजानाइड दवा खरीद के बाद शेष बची राशि को खर्च कर दिया था. इस राशि से पशुओं के लिए 17 प्रकार की दवा खरीद ली थी. जब विभाग ने हिसाब मांगा तो सारे अधिकारी हिसाब देने से कतरा रहे थे. इसके बाद विभाग ने दो बार वेतन स्थगित करने की चेतावनी दी थी. विभाग को अधिकारियों ने हिसाब-किताब विभागीय फॉरमेट में उपलब्ध करा दिया. हिसाब देने के बाद सभी पदाधिकारियों का वेतन चालू कर दिया है.

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