कलेक्ट्रेट उपडाकघर में जमाकर्ता को नहीं दी जा रही प्राप्ति रसीद
मुजफ्फरपुर. कलेक्ट्रेट उपडाकघर में बचत खाता में जमा की जाने वाली राशि की प्राप्ति रसीद डाकघर में नहीं दी जा रही है. डाकघर में मौजूद कर्मचारी पासबुक पर जमा राशि अंकित कर जमाकर्ता को पासबुक दे रहे हैं. जमाकर्ता जब प्राप्ति रसीद की मांग करते हैं तो उन्हें विभाग द्बारा प्राप्ति रसीद नहीं दिये जाने […]
मुजफ्फरपुर. कलेक्ट्रेट उपडाकघर में बचत खाता में जमा की जाने वाली राशि की प्राप्ति रसीद डाकघर में नहीं दी जा रही है. डाकघर में मौजूद कर्मचारी पासबुक पर जमा राशि अंकित कर जमाकर्ता को पासबुक दे रहे हैं. जमाकर्ता जब प्राप्ति रसीद की मांग करते हैं तो उन्हें विभाग द्बारा प्राप्ति रसीद नहीं दिये जाने की बात कहीं जाती है. जबकि विभागीय अधिकारियों की मानें तो हर जमाकर्ता को प्राप्ति रसीद देनी है. 45 लाख के गबन की चल रही है जांच कलेक्ट्रेट उपडाकघर में फरवरी 2007 में 45 लाख रुपये का गबन किया गया था. इसमें जमाकर्ता के पासबुक में जमा राशि अंकित कर दी जाती थी, लेकिन प्राप्ति रसीद नहीं दी जाती थी. न ही उक्त राशि को खाते में दर्ज किया जाता था. जब यह मामला सामने आया तो विभाग की ओर से टीम बना जांच शुरू की गयी थी. इस मामले में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. हालांकि इस मामले में न तो नगर पुलिस ने जांच रिपोर्ट दी है और न ही विभाग की जांच टीम ने ही जांच रिपोर्ट सौंपी है. गबन मासिक योजना, सावधि बचत योजना, आवर्ति बचत योजना, बचत बैंक में किया गया था. गबन मामले में उप डाकपाल वीरेंद्र कुमार सिंह पर अभी तक विभागीय जांच चल ही रही है.