राज्य सरकार कृषि से ज्यादा शराब उद्योग को दे रही अहमियत : सत्येंद्र नारायण कुशवाहा

फोटो :: मुजफ्फरपुर. बिहार में किसानों की हालत काफी दयनीय है. यहां की सरकार किसानों से अधिक, शराब के व्यापारियों के प्रति अधिक मेहरबान है. यही कारण है कि यहां धान खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा. सरकार ने नवंबर तक 30 हजार टन धान खरीद का लक्ष्य घोषित किया था, जो आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2015 11:02 AM

फोटो :: मुजफ्फरपुर. बिहार में किसानों की हालत काफी दयनीय है. यहां की सरकार किसानों से अधिक, शराब के व्यापारियों के प्रति अधिक मेहरबान है. यही कारण है कि यहां धान खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा. सरकार ने नवंबर तक 30 हजार टन धान खरीद का लक्ष्य घोषित किया था, जो आज तक पूरा नहीं हो सका. मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी धान में नमी को देखते हुए सौ किलो की जगह किसानों को 105 किलोग्राम धान देने को कह रहे हैं. आखिर किसान ऐसा क्यों करें? सरकार ब्लोअर की व्यवस्था क्यों नहीं करती? पिछले दस महीनों से राज्य में अनुश्रवण समिति की बैठक नहीं हो रही. बाजार समितियां भी बंद है. ऐसे में यहां कृषि व किसानों के विकास की कल्पना कैसे की जा सकती है? ये बातें भाजपा नेता सह विधान पार्षद सत्येंद्र नारायण कुशवाहा ने कहीं. वे शनिवार को जूरनछपरा स्थित जिला भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, भाजपा 29 जनवरी को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में पूर्व मंत्री रामदेव महतो की जयंती सह सम्मान समारोह आयोजित करने का फैसला लिया है. इसमें बिहार के तमाम जिलों के लोग शामिल होंगे.

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