एक साल में 26 हजार से अधिक हाइ ब्लड प्रेशर के मरीज मिले
एक साल में 26 हजार से अधिक हाइ ब्लड प्रेशर के मरीज मिले
मुजफ्फरपुर. जिले में पिछले एक साल में 26 हजार, 879 हाइ ब्लड प्रेशर के नये मरीजों की पहचान हुई है. स्वास्थ्य विभाग के एनसीडी सेल की ओर से पीएचसी, एपीएचसी, एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल में किये गये सर्वे में खुलासा हुआ है. इन मरीजों को पहले से पता नहीं था कि उन्हें हाइ ब्लड प्रेशर है. इस कारण वे ब्लड प्रेशर नियंत्रण के लिए किसी तरह की दवा भी नहीं ले रहे थे. स्वास्थ्य विभाग की जांच के बाद इन मरीजों को कार्ड बना कर एक महीने की दवा दी जा रही है. राष्ट्रीय फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़े भी बताते हैं कि जिले में हाइ ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या अधिक है. रिपोर्ट के अनुसार जिले के 20.4 फीसदी पुरुष व 18.1 फीसदी महिलायें इस बीमारी से पीड़ित हैं. तनाव ब्लड प्रेशर की बीमारी का मुख्य कारण हाइब्लड प्रेशर की समस्या पहले बुजुर्गों में पायी जाती थी, लेकिन अब यह युवकों व बच्चों को भी होने लगी है. डॉक्टर इसका कारण मुख्य कारण अत्यधिक तनाव को मानते हैं. तनाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाल हार्मोंस रिलीज होते हैं. जिसके कारण रक्त नली पर दबाव पड़ने लगता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. हाइ ब्लड प्रेशर के रोगियों को तनाव नहीं लेना चाहिये. इस बीमारी में नियमित दवा नहीं ली जाये तो हृदय रोग, हार्ट अटैक और स्ट्रोक सहित कई बीमारियां हो सकती हैं. आधुनिक जीवन शैली के कारण भी यह बीमारी बढ़ रही है. पूरी नींद नहीं लेना, समय पर भोजन नहीं करना जैसे कई कारण हैं, जो इस बीमारी को बढ़ावा देते हैं. सिगरेट और शराब के सेवन से भी व्यक्ति हाइ ब्लड प्रेशर का शिकार हो जाता है. इसके अलावा मोटामा, मधुमेह, किडनी रोग से भी यह बीमारी होती है. ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति को सिर दर्द, धुंधली दृष्टि, चक्कर आना, थकान और सांस में तकलीफ की शिकायत होती है. ब्लड प्रेशर को कम करने का तरीका – नमक का सेवन सीमित करें – संतुलित मात्रा में भोजन करें – शराब व सिगरेट के सेवन से बचें – तनाव को कम करने की कोशिश करें – मन को शांत रखें – नियमित रूप से व्यायाम या योग करें जिले में ब्लड प्रेशर के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. अक्सर लोग इसके लक्षण पर ध्यान नहीं देते और ब्लड प्रेशर की जांच भी नहीं कराते. इससे दूसरी बीमारियों का खतरा रहता है. आधुनिक जीवन शैली के कारण बुजुर्गों के अलावा युवा भी इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं. 25 वर्ष की उम्र के बाद हर व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिये. – डॉ नवीन कुमार, एनसीडी सेल प्रभारी, सदर अस्पताल
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