चेतन साधन में बनेगा पेंशनरों का डिजिटल ‘जीवन प्रमाण’

फोटो सिटी में है :::- पेंशनरों का बनेगा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट- नाइलेट के प्रबंध निदेशक ने किया उद्घाटन- आधा दर्जन लोगों ने बनवाया प्रमाण पत्रसंवाददाता, मुजफ्फरपुरपेंशनभोगियों को खुद के जिंदा होने का प्रमाण देने के लिए अब कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा, बल्कि वे घर बैठे ही अब ऐसा कर सकेंगे. इसके लिए केंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2015 11:03 PM

फोटो सिटी में है :::- पेंशनरों का बनेगा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट- नाइलेट के प्रबंध निदेशक ने किया उद्घाटन- आधा दर्जन लोगों ने बनवाया प्रमाण पत्रसंवाददाता, मुजफ्फरपुरपेंशनभोगियों को खुद के जिंदा होने का प्रमाण देने के लिए अब कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा, बल्कि वे घर बैठे ही अब ऐसा कर सकेंगे. इसके लिए केंद्र सरकार ने ‘आधार’ पर आधारित डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट ‘जीवन प्रमाण’ की सुविधा शुरू की है. जीवन आधार कार्ड में पेंशनभोगी का बायोमेट्रिक रिकॉर्ड उपलब्ध रहेगा. शहर के जूरन छपरा स्थित चेतन साधन इंस्टीट्यूट में इस कार्ड का निर्माण होगा. गुरुवार को राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ अश्विनी शर्मा ने इसकी शुरुआत की. उन्होंने कहा, जीवन प्रमाण के निर्माण के लिए एक खास सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक व आइटी विभाग ने बनाया है. इसके तहत पेंशनधारी का बायोमेट्रिक रिकॉर्ड एक कंप्यूटर में सेव किया जाता है. इसकी मदद से सभी पेंशनभोगियों का केंद्रीय डाटाबेस भी तैयार होगा. संस्थान के निदेशक अमिताभ राजन ने कहा, चेतन साधन को फैसिलशन व कॉमन सर्विस सेंटर बनाया है. इससे दूरदराज में रहने वाले पेंशनधारियों को लाभ मिलेगा. मौके पर डॉ योगेश कुमार, नंदलाल सिंह, विश्वनाथ सिंह, सीता देवी, एमके घोष, राम नरेश राय सहित अन्य लोगों का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाया गया. जीवन प्रमाण बनाने के लिए यह होगा जरू री :- आधार नंबर- पीपीओ नंबर- बैंक अकाउंट नंबर- आवासीय प्रमाण पत्र की मूल कॉपी

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