मनुष्य खुद को पहचाने

मुजफ्फरपुर: मनुष्य स्वयं को पहचाने तो वह भगवान को पहचान सकता है. हमें आज के समय में वैसी शिक्षा चाहिए जिससे हम इंसान बन सके. वैल्यु ऑफ एडुकेशन की आज के समय में हमें जरूरत है. उक्त बातें बेला स्थित रामकृष्ण सेवा आश्रम में आयोजित गुरू पूर्णिमा समारोह में राम कृष्ण सेवा आश्रम के सबसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2013 8:50 AM

मुजफ्फरपुर: मनुष्य स्वयं को पहचाने तो वह भगवान को पहचान सकता है. हमें आज के समय में वैसी शिक्षा चाहिए जिससे हम इंसान बन सके. वैल्यु ऑफ एडुकेशन की आज के समय में हमें जरूरत है.

उक्त बातें बेला स्थित रामकृष्ण सेवा आश्रम में आयोजित गुरू पूर्णिमा समारोह में राम कृष्ण सेवा आश्रम के सबसे प्राचीन मायावती आश्रम से आए बोध सारा नंदजी महाराज ने कही. डॉ. रिपुसुदन श्रीवास्तव ने कहा कि गुरू शिष्य परंपरा शुरुआत अपने देश से ही हुई.स्वामी विवेकानंद पूरे विश्व के युवाओं के मार्गदर्शक रहे हैं.

उनका जो भी अनुकरण विदेशों में हुआ है वह हमें अनुकरण करना चाहिए. राजेश चौधरी ने कहा कि गुरु चाहे जो भी हो उनसे ज्ञान लेने की जरूरत है. वहीं लाइफ स्केच ऑफ स्वामी विवेकानंद जी पर डॉ. प्रो. अरूण कुमार सिंह ने कहा कि उनका जीवन का आज भी प्रासंगिक है. मौके पर डॉ. विजय कुमार जायसवाल, स्वामी भवतामानंद जी महाराज व डॉ. एसएनपी सिंह मौजूद थे.

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