अंधकार में डूबा पश्चिमी इलाका
मुजफ्फरपुर: लचर आपूर्ति सिस्टम के कारण पर्याप्त बिजली रहने के बाद भी लोग बिजली पानी के लिए बिलबिला रहे हैं. खास कर जिले के पश्चिमी क्षेत्र के लोग लगातार बिजली संकट ङोलने को मजबूर है. पश्चिमी क्षेत्र को बिजली देने वाला मोतीपुर फीडर 24 घंटे से ब्रेक डाउन में फंसा हुआ है. कांटी , मोतीपुर, […]
मुजफ्फरपुर: लचर आपूर्ति सिस्टम के कारण पर्याप्त बिजली रहने के बाद भी लोग बिजली पानी के लिए बिलबिला रहे हैं. खास कर जिले के पश्चिमी क्षेत्र के लोग लगातार बिजली संकट ङोलने को मजबूर है. पश्चिमी क्षेत्र को बिजली देने वाला मोतीपुर फीडर 24 घंटे से ब्रेक डाउन में फंसा हुआ है. कांटी , मोतीपुर, साहेबगंज एवं केसरिया की चार लाख से अधिक आबादी अंधकार में डूबी हुई है. पानी व बिजली के लिए हाहाकार मचा हुआ है.
इधर विभाग 24 घंटे बाद भी फॉल्ट को ठीक नही कर पाया है. जानकारी के अनुसार सोमवार रात में भी बिजली चालू होने की संभावना नही है. जुलाई महीने में तीसरी बार मोतीपुर फीडर ब्रेक डाउन में फंसा है. 6 से 9 जुलाई के बीच इस इलाके की बिजली पूरी तरह ठप थी. तीन दिन बाद जब बिजली चालू हुआ तो 24 घंटे में मुश्किल से तीन चार घंटे ही आपूर्ति हुआ. इसके बाद भी बिजली आपूर्ति में सुधार नही हुआ. बिजली पानी के लिए लोग परेशान रहे. गौरतलब है कि मोतीपुर फीडर पर क्षमता से दो गुणा लोड है, इसके वजह से बार – बार 33 हजार फीडर में फॉल्ट आता है. इधर माड़ीपुर इलाके में भी दिन में बिजली गुल रही. माड़पुर आजाद न्कॉलोनी में ट्रांसफॉर्मर बदलने के बाद भी आधा मोहल्ला में बिजली आपूर्ति नही हो पा रही है.उधर चंदवरा के नकुलवा चौक पर 100 के जगह 200 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगा दिया गया है.
कनीय अभियंता नहीं उठाते फोन
बार – बार के बिजली संकट से परेशान लोगो का कहना है कि कांटी के कनीय अभियंता एवं लाइनमैन को जब बिजली के गड़बड़ी की शिकायत की जाती है तो फोन नहीं उठाते है. कांटी के पिनाकी झा व धनजंय ठाकुर ने बताया कि समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जाता है. ट्रांसफॉर्मर फ्यूज उड़ने पर इसे ठीक कराने में मशक्कत करना पड़ता है.