दामुचक मजिस्ट्रेट कॉलोनी मेंे छिपा रहा था जितेंद्र
दामुचक मजिस्ट्रेट कॉलोनी मेंे छिपा रहा था जितेंद्र- डिप्टी कलेक्टर के चालक के साथ रहा-बुधवार की देर रात गांव गया जितेंद्र वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरगैंगरेप के आरोपित जितेंद्र पासवान घटना के बाद दो दिनों तक दामु चौक मजिस्ट्रेट कॉलोनी में एक डिप्टी कलेक्टर के आवास में उनके चालक के साथ छिपा रहा था. उसे पुलिस की […]
दामुचक मजिस्ट्रेट कॉलोनी मेंे छिपा रहा था जितेंद्र- डिप्टी कलेक्टर के चालक के साथ रहा-बुधवार की देर रात गांव गया जितेंद्र वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरगैंगरेप के आरोपित जितेंद्र पासवान घटना के बाद दो दिनों तक दामु चौक मजिस्ट्रेट कॉलोनी में एक डिप्टी कलेक्टर के आवास में उनके चालक के साथ छिपा रहा था. उसे पुलिस की हर कार्रवाई की गतिविधि की जानकारी मिल रही थी. हालांकि जितेंद्र का कहना था कि जिस अधिकारी के आवास में वह छिपा था, उन्हें उसके छिपने की सूचना नहीं थी. मामला बढ़ जाने पर उस अधिकारी के चालक ने साथ रखने से इनकार कर दिया था. उसके बाद वह पटना चला गया था. पटना में एक दिन रह कर वह किसी तरह अपने गांव बेगूसराय स्थित भरडीहा आ गया था. गांव आने के बाद स्थानीय मुखिया सुरेश पासवान से संपर्क किया. मुखिया ने बताया कि गांव में भी पुलिस आयी थी. उसके पिता व साला को पकड़ कर ले गयी है. जिसके बाद वह समर्पण को तैयार हो गया था. मुखिया ने कराया समर्पण उसके पंचायत के मुखिया ने उसे कोर्ट में समर्पण करने को कहा था. जितेंद्र ने बताया कि वह गुरुवार को ही समर्पण कर देता. लेकिन किसी ने कहा कि थाने में समर्पण करने पर पुलिस कड़ाई से पेश आयेगी, जिसके बाद नगर पुलिस से संपर्क कर समर्पण की जानकारी दे दी गयी थी. पिता व साले को पुलिस ने छोड़ा कोर्ट में समर्पण करने के बाद जितेंद्र के पिता लोचन पासवान व साला मनोज पासवान को नगर पुलिस ने पीआर बांड पर छोड़ दिया है. उसके गांव से भी मुखिया सुरेश पासवान सहित कई लोग थाने पहुंचे थे. उनका कहना था कि पुलिस जांच कर रही है. अगर जितेंद्र ने गलती की है, उसे सजा जरूर मिले.