डीएम के नियंत्रण से मुक्त हो स्वास्थ्य विभाग

– सरकारी डॉक्टरों के संगठन भाषा की राज्य कार्यकारिणी में पारित किया गया प्रस्ताव- संविदा पर बहाल डॉक्टरों को नियमित करने व सुरक्षा पर भी उठा सवाल- मार्च तक मांगें पूरी नहीं होने पर 9 अप्रैल से हड़ताल पर जायेंगे डॉक्टरवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर. स्वास्थ्य विभाग को डीएम व अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों के नियंत्रण से मुक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2015 3:02 PM

– सरकारी डॉक्टरों के संगठन भाषा की राज्य कार्यकारिणी में पारित किया गया प्रस्ताव- संविदा पर बहाल डॉक्टरों को नियमित करने व सुरक्षा पर भी उठा सवाल- मार्च तक मांगें पूरी नहीं होने पर 9 अप्रैल से हड़ताल पर जायेंगे डॉक्टरवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर. स्वास्थ्य विभाग को डीएम व अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों के नियंत्रण से मुक्त किया जाये. विभाग पर नियंत्रण व दिशा निर्देश के लिए ऐसे अधिकारियों को प्रभार दिया जाये, जो पेशे से डॉक्टर रहे हों. सरकारी डॉक्टरों का संगठन भाषा इस प्रस्ताव को सरकार के पास भेजेगी. यह निर्णय रविवार को पटना में संगठन की राज्य कार्यकारिणी ने लिया है. बैठक के बाद मुजफ्फरपुर आये भाषा के प्रदेश सचिव डॉ सुरेश शर्मा ने कहा कि बैठक में संविदा पर बहाल डॉक्टरों को बिना शर्त उनका प्रमाण पत्र जांच कर नियमित करने, डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करने व अस्पतालों से होमगार्ड को हटा कर सैप जवानों को नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया है. जल्द ही इन मांगों को लेकर भाषा का प्रतिनिधि मंडल सरकार से मिलेगा. सरकार यदि इन मांगों को मार्च तक पूरा नहीं करती है तो 9 अप्रैल से सूबे के सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले जायेंगे. डॉ शर्मा ने कहा कि संविदा पर बहाल डॉक्टरों को नियमित करने व मानदेय बढ़ाने के मुद्दे पर भाषा की सहमति है. संविदा पर बहाल डॉक्टर इन मुद्दों पर हड़ताल करते हैं तो भाषा उनको समर्थन देगा.

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