सिपाही की लापरवाही में चली थाने में गोली
– सिपाही ने पिस्टल फंसने की कहीं बात – जांच के बाद थानाध्यक्ष ने कहा, पिस्टल पूरी तरह ठीक है- सिपाही को मुंशी ने किया था आगाह – पवन एक्सप्रेस में स्कॉर्ट ड्यूटी जाने के लिये कर रहा था पिस्टल की जांच कुमार दीपू मुजफ्फरपुर. जीआरपी थाने में सिपाही उमेश पाल की पिस्टल से गोली […]
– सिपाही ने पिस्टल फंसने की कहीं बात – जांच के बाद थानाध्यक्ष ने कहा, पिस्टल पूरी तरह ठीक है- सिपाही को मुंशी ने किया था आगाह – पवन एक्सप्रेस में स्कॉर्ट ड्यूटी जाने के लिये कर रहा था पिस्टल की जांच कुमार दीपू मुजफ्फरपुर. जीआरपी थाने में सिपाही उमेश पाल की पिस्टल से गोली चलने की घटना लापरवाही का नतीजा बतायी जा रही है. हालांकि गोली चलने के बाद सिपाही उमेश पाल से थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार से पिस्टल फंसने की बात कही. लेकिन जब थानाध्यक्ष ने पिस्टल की जांच तो पिस्टल सही था. कॉक करने के दौरान पिस्टल नहीं फंस रहा था. जब थानाध्यक्ष ने सिपाही से पूछा कि पिस्टल की तरह से जांच की जाती है, तो उसने जिस तरह से पिस्टल जांच करने की बात बतायी, उसे थानाध्यक्ष ने पूरी तरह से लापरवाही बताया. थानाध्यक्ष ने सिपाही से पूछा कि इससे पहले उसने कभी पिस्टल चलायी है या नहीं? पिस्टल में फंसी गोली कैसे निकाली जाती है, उसे ट्रेनिंग के दौरान नहीं बताया गया था? थानाध्यक्ष ने कहा कि सिपाही की लापरवाही से किसी जवान की जान जा सकती थी. इधर, थाने के मुंशी विकास कुमार पिस्टल जांच के दौरान उमेश पाल से बार बार कह रहे थे कि पिस्टल कॉक है. उसे अनलोड कर लें. लेकिन मुंशी की बात उमेश पाल ने नहीं सुनी और बिना अनलोड किये ही पिस्टल का ट्रिगर दबा दिया. सिपाही उमेश पाल ने थानाध्यक्ष के समक्ष गलती से गोली चलने के बात स्वीकार की है. सिपाही उमेश लाइन से पवन एक्सप्रेस में स्कॉर्ट में जाने के लिये आये थे. गोली फायर होने के बाद उन्हें स्कॉर्ट पार्टी में जाने से रोक दिया गया.