मुजफ्फरपुर: शहर में घूम रहे आवारा कुत्तों को लेकर सरकार गंभीर हो गयी है. प्रभात खबर में छपी खबर के आधार पर विधान सभा सदस्य अवनीश कुमार सिंह की ओर से कुत्तों को लेकर सदन में पूछे गये सवाल के बाद सरकार ने संज्ञान लिया है. नगर विकास एवं आवास विभाग के उप सचिव डॉ राजीव कुमार ने नगर निगम प्रशासन को पत्र भेजा है. इसके तहत सरकार ने निगम प्रशासन से पूरा आंकड़ा उपलब्ध कराने को कहा है.
सदन में श्री सिंह ने बताया है कि शहरों में आवारा कुत्तों का भय बढ़ता जा रहा है. इन दिनों अखबार से जानकारी मिली कि एक साल में पांच लाख से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा है. इससे जाहिर होता है कि राज्य में आवारा कुत्तों के नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं है. अवनीश कुमार ने आवारा कुत्तों के लेकर सरकार की योजना की जानकारी मांगी थी.
निगम पास नहीं है रिकॉर्ड
नगर निगम में आवारा कुत्तों के बारे में कोई पंजीयन रिकॉर्ड नहीं है. साथ ही इन पर नियंत्रण के लिए कोई सेल नहीं है. नगरपालिका एक्ट के तहत कुत्तों का पंजीयन कराने का प्रावधान है. लेकिन निगम में कुत्तों के पंजीयन के लिए कोई विभाग नहीं खुला. इसके कारण निगम के पास शहरी कुत्तों का कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में सरकार के सवालों का जवाब भेजना निगम प्रशासन के लिए चुनौती होगी.
शहर में बढ़ा आवारा कुत्तों का भय
शहर में इन दिनों आवारा कुत्तों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. जिले के सरकारी अस्पतालों के आकड़ों के अनुसार रोजाना डेढ़ सौ से अधिक लोग आवारा कुत्तों का शिकार हो रहे हैं. रात के समय सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता है.