खून जांचा न पेशाब, 22 की उम्र में कर दिया बंध्याकरण

प्रेम मुजफ्फरपुर : स्वास्थ्य विभाग ने गलत बंध्याकरण कर 10.12 लाख रुपये बहा दिया. ऑपरेशन के दौरान न तो महिलाओं की शारीरिक स्थिति का ख्याल रखा गया और ना ही ऑपरेशन के दौरान उपयोग किये जाने वाले उपकरणों की गुणवत्ता का. एक ही ब्लेड से कई महिलाओं का ऑपरेशन कर दिया गया. यहां तक कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 10:47 AM
प्रेम
मुजफ्फरपुर : स्वास्थ्य विभाग ने गलत बंध्याकरण कर 10.12 लाख रुपये बहा दिया. ऑपरेशन के दौरान न तो महिलाओं की शारीरिक स्थिति का ख्याल रखा गया और ना ही ऑपरेशन के दौरान उपयोग किये जाने वाले उपकरणों की गुणवत्ता का. एक ही ब्लेड से कई महिलाओं का ऑपरेशन कर दिया गया.
यहां तक कि 22 वर्ष की महिलाओं का भी बंध्याकरण किया गया है. किसी प्रकार की जांच भी नहीं की गयी. डॉक्टरों ने खून, पेशाब तक की जांच करना उचित नहीं समझा. यह लापरवाही परिवार नियोजन योजना अंतर्गत यह खेल कटरा पीएचसी में किया गया है. खुलासा महालेखाकार की ऑडिट रिपोर्ट से हुआ है. यह रिपोर्ट जनवरी 2014 में जारी किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टरों व चिकित्सा कर्मियों ने यह कारनामा वर्ष 2011-12 व 2012-13 में किया है.
इस दौरान 947 बंध्याकरण किये गये हैं. गलत ऑपरेशन के दौरान 10.12 लाख रुपये बहा दिये गये. बंध्याकरण/ नसबंदी के ऑपरेशन के दौरान के कागजातों की नमूना जांच में ही अधिकारियों का कारनामा उजागर हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बंध्याकरण से पूर्व मरीजों की माहवारी जांच जरू री है.
उसके पूर्व के इलाज का संपूर्ण विवरण का सत्यापन करना था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जब लाभार्थियों की बीएसटी की जांच हुई तो यह स्पष्ट हुआ. नियम के अनुसार 22 वर्ष से अधिक व 49 वर्ष से नीचे आयु की महिलाओं का बंध्याकरण करना है. लेकिन, रेखा देवी, कामता देवी, रिंकू देवी व ममता देवी 22 साल की ही थी.

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