बाबा के पदचिह्नों पर चलकर 10 लाख लोगों ने किया चरित्र निर्माण
फोटोसुख शांति भवन में मनायी गयी प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 46वीं पुण्य तिथिवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : आमगोला स्थित सुख शांति भवन में रविवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 46वीं पुण्य तिथि मनायी गयी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार सेवा केंद्रों की मुख्य संचालिका रानी दीदी ने कहा कि […]
फोटोसुख शांति भवन में मनायी गयी प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 46वीं पुण्य तिथिवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : आमगोला स्थित सुख शांति भवन में रविवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 46वीं पुण्य तिथि मनायी गयी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार सेवा केंद्रों की मुख्य संचालिका रानी दीदी ने कहा कि मानवता के इतिहास में कोई भी ऐसा महापुरुष नहीं है, जिसके पद चिह्नों पर चल कर 10 लाख मनुष्यों ने अपना चरित्र निर्माण किया हो. रानी दीदी ने कहा कि बाबा का नाम लेखराज था. वे हीरे जवाहरात के नामी व्यवसायी थे. एक दिन उन्हें ईश्वर का साक्षात्कार हुआ. बाबा ने 1936 में अपनी सारी संपत्ति को ट्रस्ट बना कर आठ कन्याओं व माताओं को उसका स्वामी बनाया. तब से लेकर आज तक यह संस्था विश्व के 140 देशों में 10 हजार से अधिक सेवा केंद्रों के माध्यम से सेवा कार्य कर रही है. इस मौके पर डॉ रामजी प्रसाद, पूर्व विधायक बालेंद्र प्रसाद, पूर्व विधायक केदार नाथ प्रसाद, डॉ एचएन भारद्वाज, एचएल गुप्ता, डॉ सुधा भारती व डॉ वंदना विजयलक्ष्मी सहित कई लोग मौजूद थे.