जान पर आयी तो 15 परिवारों का बना कुनबा…

-गांव के एक घर में रह रहे लोग -पीडि़त परिवार को मिला चूड़ा-गुड़वरीय संवाददाता,मुजफ्फरपुर: अजीतपुर गांव की घटना में जब जान पर बन आयी तो 15 परिवार का एक कुनबा बन गया. गांव के ही एक घर के ग्रिल के अंदर बंद होकर रह रहे परिवार के हर अलग-अलग सदस्यों ने जुबानी पूरे मामले की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2015 2:02 AM

-गांव के एक घर में रह रहे लोग -पीडि़त परिवार को मिला चूड़ा-गुड़वरीय संवाददाता,मुजफ्फरपुर: अजीतपुर गांव की घटना में जब जान पर बन आयी तो 15 परिवार का एक कुनबा बन गया. गांव के ही एक घर के ग्रिल के अंदर बंद होकर रह रहे परिवार के हर अलग-अलग सदस्यों ने जुबानी पूरे मामले की कहानी बतायी. उस घर के बार सुरक्षा के लिए पारू थाने से आये सैप जवान पहरा दे रहे थे. पीडि़त परिवारों का कहना था कि दोपहर साढ़े बारह बजे का समय था. हर कोई अपने-अपने में व्यस्त था. गांव के ही गेहूं के खेत में शव मिलने की जानकारी उनलोगों को भी हुई थी. उन्हें नहीं पता था कि इसकी आग गांव के हर घर में पहुंच जायेगी. पूरे घटनाक्रम के बारे में बताते हुए उसी टोले की एक महिला ने बताया कि सात आठ दिन पूर्व ही सुने थे कि एक लड़का को उठा ले आया है. आज पता चला कि उसका शव मिला है. उसके बाद हमलोगों के घर पर हमला कर दिया. एक भी सामान हीं छोड़ा. हमलोग किसी तरह छिप कर जान बचा पाये. अभी भी इस घर में 15 परिवारों की महिला व वृद्ध लोग एकत्रित है. देर रात उन्हें प्रशासन की ओर से चूड़ा-गुड़ मुहैया कराया गया था. सैप जवानों ने घर से सुरक्षित निकाला घटना के बाद बताया जाता है कि कई घंटे तक पुलिस गांव में नहीं पहुंच पायी थी. काफी मशक्कत के बाद डीएम व एसएसपी के पहुंचने पर पैदल ही पुलिस मार्च करते हुए गांव तक पहुंची थी. गांव में घुसते ही हर घर से धुआं निकल रहा था. सैप जवानों ने बताया कि उनलोगों ने हर घर की तलाशी ली. घर में छिपे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल कर एक घर में लाया गया.

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