प्रश्न पत्र की छपाई के लिए टेंडर पर नहीं बनी सहमति
– परीक्षा बोर्ड में रखा गया प्रस्ताव, सदस्यों ने किया विरोधमुजफ्फरपुर. विवि में इन दिनों स्नातक पार्ट वन व थर्ड की परीक्षा चल रही है. इसमें प्रश्न पत्र को लेकर लगातार विवाद हो रहा है. इसको लेकर विवि प्रशासन गंभीर है. मंगलवार को कुलपति डॉ पंडित पलांडे की अध्यक्षता वाली परीक्षा बोर्ड की बैठक में […]
– परीक्षा बोर्ड में रखा गया प्रस्ताव, सदस्यों ने किया विरोधमुजफ्फरपुर. विवि में इन दिनों स्नातक पार्ट वन व थर्ड की परीक्षा चल रही है. इसमें प्रश्न पत्र को लेकर लगातार विवाद हो रहा है. इसको लेकर विवि प्रशासन गंभीर है. मंगलवार को कुलपति डॉ पंडित पलांडे की अध्यक्षता वाली परीक्षा बोर्ड की बैठक में भी यह मामला उठा. परीक्षा विभाग के फैसले को पारदर्शी बनाने के लिए प्रश्न पत्र की छपाई के लिए टेंडर निकालने का प्रस्ताव रखा गया. लेकिन अधिकांश सदस्यों ने इसका विरोध कर दिया. उनका तर्क था कि इससे प्रश्न पत्र की गोपनीयता बनाये रखना और भी मुश्किल हो जायेगा. फिलहाल प्रश्न पत्र की छपाई गोपनीय तरीके से बाहर के प्रिंटिंग प्रेस में करायी जाती है. प्रेस का नाम अत्यंत गोपनीय रखा जाता है, ताकि वहां से प्रश्न पत्र लीक न हो सके. ओपेन टेंडर के बाद प्रिंटिंग प्रेस का नाम सार्वजनिक होने का खतरा पैदा हो सकता है. पार्ट थर्ड की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक हो जाने के कारण वाणिज्य के पांचवें पेपर की परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी. पांच जनवरी को लॉ व 19 जनवरी को पार्ट वन जेनरल कोर्स के एमआइएल (एनएच) का प्रश्न पत्र समय पर छप कर प्रेस से नहीं आ सका. इसको लेकर विवि प्रशासन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. बोर्ड ने स्नातक व वोकेशनल कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के लिए हरी झंडी दे दी है.