एसएसपी के पहुंचने के दो घंटे बाद पहुंचे थे डीएसपी
मुजफ्फरपुर: अजीतपुर कांड में सरैया डीएसपी संजय कुमार व थानाध्यक्ष की भूमिका की जांच जारी है. भारतेंदु का शव मिलने की सूचना रविवार की सुबह ही सरैया पुलिस को मिल गयी थी. उसके बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी. पुलिस ने नहीं रहने पर उपद्रवियों को पूरा मौका मिल गया था. दोपहर डेढ़ […]
मुजफ्फरपुर: अजीतपुर कांड में सरैया डीएसपी संजय कुमार व थानाध्यक्ष की भूमिका की जांच जारी है. भारतेंदु का शव मिलने की सूचना रविवार की सुबह ही सरैया पुलिस को मिल गयी थी. उसके बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी. पुलिस ने नहीं रहने पर उपद्रवियों को पूरा मौका मिल गया था. दोपहर डेढ़ बजे के आसपास डीएम व एसएसपी को सूचना मिली थी. सूचना मिलने पर दोनों पदाधिकारी बहिलवारा के जवाहर चौक के पास पहुंच गये थे. लेकिन सरैया डीएसपी अपने वरीय अधिकारियों के आने की जानकारी होने के बाद भी दो घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंचे थे.
वही थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने भी अपहरण के मामले को गंभीरता से नहीं लिया. नौ जनवरी को सूचना मिलने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी. दो दिनों तक मामले को टाला गया. अगर उसी दिन आरोपित विक्की से पूछताछ होती या उसके घर की तलाशी ली जाती, तो सारा मामला खुल जाता. इस कांड में दोनों पदाधिकारी की हर स्तर पर लापरवाही बरतने की बात सामने आ रही है. हालांकि प्रारंभिक कार्रवाई के तहत डीएसपी का स्पेशल ब्रांच में तबादला व थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
दिन भर लगाते रहे गश्त जवान
सरैया के अजीतपुर गांव की घटना के बाद पूरे इलाके में मंगलवार को बाइक से एसटीएफ, सीआरपी व रैपिड एक्शन फोर्स के जवान गश्त लगाते रहे. अर्धसैनिक बलों के अधिकारी भी सभी संवेदनशील जगहों भ्रमणशील रहे. पूरे इलाके में रविवार से ही एक हजार से अधिक पुलिस बल नजर रख रहे है. एएसपी ऑपरेशन राणा ब्रजेश बाइक गश्ती की मॉनिटरिंग कर रहे है. बाइक से गांव की गलियों तक में फ्लैग मार्च कराया जा रहा है. कई चौक-चौराहों प रथायी तौर पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है.
जांच के बाद होगी गिरफ्तारी
मंत्री बैद्यनाथ सहनी ने बताया कि जिला प्रशासन को निष्पक्षता से जांच करने को कहा गया है. सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. इस कांड में सख्ती से कार्रवाई होगी. नामजद पर कार्रवाई प्रशासन करेगी. वहीं अज्ञात के मामले में जांच के बाद ही गिरफ्तारी होगी. इसका निर्देश एसएसपी को दिया गया है. कोई निदरेष जेल नहीं जाये, कहीं रिश्तेदारों की भी गिरफ्तारी की गयी है. इसकी जांच को कहा गया है.