पुलिसिया कार्रवाई में देर का नतीजा अजीजपुर घटना
– अल्पसंख्यक आयोग ने की जिला प्रशासन की तत्परता की तारीफ – पंचायत स्तर पर शांति समिति के गठन का सुझाव – मीडिया की भूमिका को भी सराहाउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरअल्पसंख्यक आयोग ने सरैया के अजीजपुर में हुई घटना के लिए स्थानीय पुलिस को दोषी करार देते हुए कहा है कि अगर पुलिस दोषियों पर कार्रवाई […]
– अल्पसंख्यक आयोग ने की जिला प्रशासन की तत्परता की तारीफ – पंचायत स्तर पर शांति समिति के गठन का सुझाव – मीडिया की भूमिका को भी सराहाउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरअल्पसंख्यक आयोग ने सरैया के अजीजपुर में हुई घटना के लिए स्थानीय पुलिस को दोषी करार देते हुए कहा है कि अगर पुलिस दोषियों पर कार्रवाई करने में देर नहीं करती तो, यह सिर्फ दो परिवार का मामला बन कर रह जाता. इतनी बड़ी घटना नहीं होती. पीडि़तों से मिलने के बाद स्थानीय परिसदन में शनिवार को आयोग के अध्यक्ष मो नौशाद, उपाध्यक्ष पद्मश्री सुधा वर्गीज व सदस्य सचिव मो मंसूर अहमद एजाजी ने पत्रकारों से कहा कि दोषी को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष पर कार्रवाई नहीं हो, इसका ख्याल भी प्रशासन को रखना चाहिए. आयोग की टीम ने जिला प्रशासन की भूमिका की तारीफ करते हुए कहा कि प्रशासन की तत्परता से बात आगे नहीं बढ़ी और स्थिति पर जल्द काबू पा लिया गया. मीडिया की भूमिका सकारात्मक होने पर आयोग ने आभार व्यक्त किया. आयोग के अध्यक्ष मो नौशाद ने कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ है कि इस तरह के घटना में नामित प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उपाध्यक्ष सुधा वर्गीज ने कहा, घटना के दौरान लोगों को अपने घर में शरण देकर जान बचाने वाली शैल देवी व रामवृक्ष कुश्वाहा से सभी को सीख लेने की जरूरत है. यह समाज के लिए बड़ी बात है. ऐसे लोगों को प्रोत्साहित व सम्मानित किया जाना चाहिए. सुधा वर्गीज ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्लाह के पटना आने के बावजूद पीडि़तों से नहीं मिलने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पीडि़तों का हालचाल जानने के लिए उनको यहां आना चाहिए था.