विवाद के बाद कांग्रेस कार्यालय पर बीएमपी का पहरा
मुजफ्फरपुर: भवन निर्माण विवाद को लेकर जिला कांग्रेस कार्यालय में बीएमपी का पहरा तिलक मैदान स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय के दक्षिणी छोर पर स्थित भवन में बुधवार को फिर निर्माण कार्य शुरू हुआ. इसका पार्टी के जिला सदस्यता प्रभारी सहित अन्य नेताओं ने विरोध किया. इसको लेकर दोनों पक्षों में तनाव पैदा हो गया. काफी […]
मुजफ्फरपुर: भवन निर्माण विवाद को लेकर जिला कांग्रेस कार्यालय में बीएमपी का पहरा तिलक मैदान स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय के दक्षिणी छोर पर स्थित भवन में बुधवार को फिर निर्माण कार्य शुरू हुआ. इसका पार्टी के जिला सदस्यता प्रभारी सहित अन्य नेताओं ने विरोध किया. इसको लेकर दोनों पक्षों में तनाव पैदा हो गया.
काफी देर तक तू-तू-मैं-मैं होती रही. सूचना पाकर एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र, सिटी एसपी राजेंद्र कुमार भील व टाउन डीएसपी अनिल कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. हालांकि पुलिस के आने से पूर्व ही निर्माण कार्य करा रहे लोग भवन में ताला जड़ कर वहां से भाग निकले. अधिकारियों के निर्देश पर नगर थाना ने फिलहाल उक्त भवन को अपने कब्जे में ले लिया है. सुरक्षा दृष्टिकोण से कार्यालय परिसर में पंद्रह बीएमपी जवान को तैनात कर दिया गया है. इधर, मामले में कांग्रेस के जिला सदस्यता प्रभारी विद्यानंद सिंह व फॉर्मर डेवलपर फाउंडेशन सोसाइटी के सचिव नवल किशोर पांडेय ने नगर थाना में दो अलग-अलग शिकायत दर्ज करायी है.
विद्यानंद सिंह की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि बालेंद्र सिंह, नवल किशोर पांडेय, अनिल कुमार सिंह व लालबाबू शाही निर्माण कार्य का विरोध करने पर हथियार लहराने लगे. उनके साथ दो सौ अज्ञात लोग भी थे. वे सभी अमर पांडेय व विनीता विजय के नाम का नारा लगा रहे थे. नारा लगाते लोग कार्यालय प्रकोष्ठ में घुस गये. बालेंद्र सिंह ने उन पर पिस्तौल तान कर जान से मारने की धमकी दी. कई सादे कागज पर भी उनसे हस्ताक्षर करवाये गये. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकांश लोग नशे में थे.
विवाद बढ़ता देख कांग्रेस उन्होंने इसकी सूचना प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी को दी. उन्होंने तत्काल वरीय पुलिस अधिकारियों से बातचीत की. इसके बाद एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंची.विद्यानंद सिंह ने प्राथमिकी में नवल किशोर पांडेय, बालेंद्र सिंह, अनिल कुमार सिंह व लाल बाबू शाही को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
इधर नवल किशोर पांडेय की ओर से भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें विद्यानंद सिंह को नामजद किया गया है. उन पर एक लाख रुपये रंगदारी मांगने का आरोप है.