रिमांड होम से चार बार भाग चुका है सरोज

संवाददाता, मुजफ्फरपुरसीतामढ़ी का शातिर अपराधी दिसंबर 2012 में मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर स्थित बाल सुधार गृह (रिमांड होम) में आया था. अगस्त 2014 में रिमांड होम के पदाधिकारियों ने इसकी हरकत से तंग आकर इसे पटना रिमांड होम ट्रांसफर कर दिया. लेकिन इस बीच सिकंदरपुर रिमांड होम से सरोज चार बार फरार हुआ. पटना जाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2015 10:02 PM

संवाददाता, मुजफ्फरपुरसीतामढ़ी का शातिर अपराधी दिसंबर 2012 में मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर स्थित बाल सुधार गृह (रिमांड होम) में आया था. अगस्त 2014 में रिमांड होम के पदाधिकारियों ने इसकी हरकत से तंग आकर इसे पटना रिमांड होम ट्रांसफर कर दिया. लेकिन इस बीच सिकंदरपुर रिमांड होम से सरोज चार बार फरार हुआ. पटना जाने के बाद उसे कोर्ट में पेशी के लिए दरभंगा ले जाया जा रहा था, तभी अगस्त 2014 में पुलिस की गिरफ्त से भाग निकला था. इसके बाद से वह फरार बताया जा रहा था.सिकंदरपुर रिमांड होम से सरोज चार बार भागा था. हालांकि चारों बार वह पकड़ा गया था. लेकिन एक बार जब उसे पकड़ा गया तो उसे गोली लगी थी. तब उसे जख्मी हालत में एसकेएमसीएच में भरती कराया गया था. वहां से दो दिन बाद वह फरार हो गया था. जब तक वह सिकंदरपुर रिमांड होम में रहा, सभी बाल बंदी उससे खौफ खाते थे. इतना ही नहीं, सरोज के कारण सिकंदरपुर रिमांड होम में सीतामढ़ी के बाल बंदी का दबदबा था. इस कारण दूसरे जगह के बालबंदी सीतामढ़ी के बाल बंदी से डरते थे. सीतामढ़ी के बालबंदी बाकी सभी बालबंदी से रंगदारी मांगते थे. रंगदारी नहीं देने पर उनकी जमकर पिटाई करते थे. कई बार दोनों पक्ष में जमकर मारपीट हुई थी. सरोज की इसी हरकत से तंग आकर सिकंदरपुर रिमांड होम से उसे पटना रिमांड होम ट्रांसफर कर दिया गया था.

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