अब ‘शोले’ बन रही ‘शबनम’

110 छात्राएं ले रही एनसीसी का प्रशिक्षणकठिन ट्रेनिंग से भी नहीं घबराती गर्ल्स कैडेटप्रतिनिधि, मोतिहारीएनसीसी न केवल ब्वायज बल्कि गर्ल्स कैडेटों के कैरियर व उनके सपनों को हकीकत के धरातल पर उतारने में जुटा है. इसका नतीजा सामने यह है कि ब्वायज कैडेटों से कहीं ज्यादा गर्ल्स कैडेट्स की प्रतिभा उड़ाने भरने लगी है. दरअसल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2015 4:02 PM

110 छात्राएं ले रही एनसीसी का प्रशिक्षणकठिन ट्रेनिंग से भी नहीं घबराती गर्ल्स कैडेटप्रतिनिधि, मोतिहारीएनसीसी न केवल ब्वायज बल्कि गर्ल्स कैडेटों के कैरियर व उनके सपनों को हकीकत के धरातल पर उतारने में जुटा है. इसका नतीजा सामने यह है कि ब्वायज कैडेटों से कहीं ज्यादा गर्ल्स कैडेट्स की प्रतिभा उड़ाने भरने लगी है. दरअसल आज ये बेटियां अब केवल घर की चहारदीवारी में कैद न रह कर सरहद की सुरक्षा पंक्ति को मजबूत करने के लिए तैयार हो रही हैं. इनमें हमेशा परदे में रहने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों की भी हिस्सेदारी दिखती है. शरीर को थका देने वाली ट्रेनिंग ही इनकी काबिलियत को साबित करती है. शहर स्थित डॉ एसके सिन्हा महिला कॉलेज की 110 छात्राएं एनसीसी का प्रशिक्षण ले रही है़ं उनके चेहरे पर निडरता व आत्मविश्वास का भाव साफ झलक रहा था़ प्रशिक्षण में शामिल कॉलेज की छात्रा प्रियंका कुमारी, नेयत जहां, कुमारी प्रीति, नीता, संस्कृति, निकिता कश्यप, निकिता कुमारी, गोल्डी कुमारी, जूही कुमारी, नगमा खातून, अदिति कुमारी आदि ने बताया कि एनसीसी के प्रशिक्षण में शामिल होना उन्हें अच्छा लगता है़ इसमें अनुशासन व एकता सीखने को मिलती है़ इसके साथ-साथ हमें दुश्मनों का सामना करने व आत्मरक्षा करने के गुर भी सिखाये जाते है़ं प्रशिक्षक राजेश कुमार व शशि कुमार ने बताया कि अगर छात्राएं प्रशिक्षण को पूरा कर लेती हैं, तो इससे भविष्य में इनको लाभ मिलेगा़ बीएड, पारा मिलिट्री फ ोर्स में इन्हें छूट मिलेगी़ वहीं कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजयेंद्र नारायण ने बताया कि कॉलेज की छात्राएं एक वर्ष से एनसीसी का प्रशिक्षण ले रही हैं. बेटियों का जज्बा व ताकत ही इनकी बहादुरी की मिसाल है.

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