अजीजपुर कांड : डीएसपी ने कहा था, जान बचेगी, तब नौकरी रहेगी
अजीजपुर कांड : आइजी, डीआइजी, जिलाधिकारी व सीनियर एसपी का बयान दर्ज मुजफ्फरपुर : अजीजपुर कांड में गृह सचिव सुधीर कुमार व एडीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने जांच के दूसरे दिन मुजफ्फरपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के बयान दर्ज किये. इनमें आइजी पारसनाथ, डीआइजी अजय कुमार मिश्र, डीएम अनुपम कुमार व एसएसपी रंजीत मिश्र शामिल हैं. सर्किट […]
अजीजपुर कांड : आइजी, डीआइजी, जिलाधिकारी व सीनियर एसपी का बयान दर्ज
मुजफ्फरपुर : अजीजपुर कांड में गृह सचिव सुधीर कुमार व एडीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने जांच के दूसरे दिन मुजफ्फरपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के बयान दर्ज किये. इनमें आइजी पारसनाथ, डीआइजी अजय कुमार मिश्र, डीएम अनुपम कुमार व एसएसपी रंजीत मिश्र शामिल हैं. सर्किट हाउस में इन अधिकारियों के बयान दर्ज हुये. अधिकारियों ने घटना के दिन की एक-एक जानकारी ली गयी. इस दौरान कई गंभीर बातें भी सामने आयी हैं.
अधिकारियों ने जो बातें बतायीं. उसके मुताबिक घटना के दिन सरैया के तत्कालीन डीएसपी संजय कुमार ने बड़ी लापरवाही की थी. अभी तक हुई छानबीन व अधिकारियों के बयान से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो उन्हें बरखास्त भी किया जा सकता है.
घटना के बाद संजय कुमार को तत्काल स्पेशल ब्रांच में भेज दिया गया है.
अधिकारियों के बयान में यह भी मामला सामने आया कि जब एसएसपी ने सरैया डीएसपी संजय कुमार को घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जान बचेगी, तब न नौकरी रहेगी. डीएम व एसएसपी के आदेश के बाद भी सरैया डीएसपी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे. मामला शांत होने के बाद करीब चार बजे वे अजीजपुर पहुंचे. उससे पहले डीएम व एसएसपी अजीजपुर पहुंच कर मामले को शांत करा चुके थे.
बयान में यह भी मामला सामने आया कि सरैया के तत्कालीन थानाध्यक्ष, इंस्पेक्टर व अनुसंधानकर्ता ने भी लापरवाही बरती है. इसलिए इन लोगों पर भी विभागीय कार्रवाई की जायेगी. इंस्पेक्टर का प्रमोशन भी रुक जायेगा.
जानकारी हो कि दोनों अधिकारी गुरुवार को अजीजपुर कांड की जांच करने के लिए अजीजपुर व बहिलवारा पहुंच कर सभी पीड़ित परिवारों से मिले व उनका पक्ष जाना. एक-एक परिवारों का बयान दर्ज किया गया. बहिलवारा में मृतक भारतेंदु के परिजनों से भी घटना की जानकारी ली गयी. उसमें भी पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आया. मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व लालू प्रसाद के दौरे के समय भी पुलिस की लापरवाही को लेकर शिकायत की गयी थी. हालांकि प्रारंभिक जांच के बाद ही मामले से संबंधित चार अधिकारियों पर कार्रवाई की गयी थी.
बेला कांड की भी हुई समीक्षा
एडीजी मुख्यालय गुप्तेश्वर पांडेय ने शुक्रवार को स्थानीय परिसदन में बेला कांड की समीक्षा की. उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली गयी. समीक्षा में जिलाधिकारी अनुपम कुमार, एसएसपी रंजीत मिश्र, डीआइजी अजय कुमार मिश्र व आइजी पारसनाथ भी मौजूद थे. एडीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि बेला के धीरन छपरा कांड में एसएसपी व डीएम ने सराहनीय कार्य किया है. दोनों अधिकारी बधाई के पात्र हैं. घटना के तुरंत बाद दोनों अधिकारी वहां पहुंचे. रात भर कैंप कर लोगों को शांत किया. आरोपित को अविलंब गिरफ्तार किया गया. इससे आक्रोश को तुरंत शांत करने में सफलता मिली.