श्रीमद् भागवत कथा से मिलता है आत्म सुख
भवानी नगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में श्रोताओं ने किया रसपानवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : भगवानपुर के भवानी नगर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन स्वामी श्रीरामदासाचार्य ने धुंधकारी की कथा सुनायी. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह तक गोकण जी से कथा सुन कर धुंधकारी को प्रेत योनी से मुक्ति मिली व […]
भवानी नगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में श्रोताओं ने किया रसपानवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : भगवानपुर के भवानी नगर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन स्वामी श्रीरामदासाचार्य ने धुंधकारी की कथा सुनायी. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह तक गोकण जी से कथा सुन कर धुंधकारी को प्रेत योनी से मुक्ति मिली व भगवत धाम की प्राप्ति हुई. उन्होंने कहा कि जब भगवान की अति कृपा होती है तो भगवान का भजन करने का अवसर मिलता है. व्यास जी को 17 पुराणों की रचना करने पर भी संतुष्टि नहीं मिली तो नारद जी की प्रेरणा से श्रीमद् भागवत कथा की रचना की. श्रीमद् भागवत कथा आत्म सुख प्रदान करने वाला ग्रंथ है. जिस घर में या जिस स्थान पर भागवत की कथा होती है, वहां सभी देवतागण उपस्थित रहते हैं. इस मौके पर यजमान उदय शंकर ठाकुर, आचार्य संतोष ओझा, मुकेश व्यास, राम अयोध्या दास, उमाशंकर ठाकुर, श्याम सुंदर ठाकुर, माणिक लाल पांडेय, सुरेंद्र कुमार द्विवेदी, दिग्विजय नारायण सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.