खौफ दिखाकर पत्नी के नाम कराया था एग्रीमेंट

मुजफ्फरपुर: छात्र नेता शमीम खान की हत्या का मुख्य आरोपित खबरा निवासी ठेकेदार अनिल ओझा आज तक विवि में दहशत फैला कर अपना काम कराता आ रहा है. बताया जाता है कि उसने दबंगता के बाल पर ऑडिटोरियम और कम्युनिटी हॉल को बतौर सर्विस प्रोवाइडर अपनी पत्नी संगीता ओझा के नाम एग्रीमेंट कराया था. इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2013 8:03 AM

मुजफ्फरपुर: छात्र नेता शमीम खान की हत्या का मुख्य आरोपित खबरा निवासी ठेकेदार अनिल ओझा आज तक विवि में दहशत फैला कर अपना काम कराता आ रहा है. बताया जाता है कि उसने दबंगता के बाल पर ऑडिटोरियम और कम्युनिटी हॉल को बतौर सर्विस प्रोवाइडर अपनी पत्नी संगीता ओझा के नाम एग्रीमेंट कराया था. इसके पूर्व उसने विवि अधिकारियों को कमरे में बंद कर धमकाया भी था लेकिन उसके भय से कोई भी अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं थे. एक तरह से विवि में अनिल ओझा की तूती बोलती है.

इंजीनियरिंग, विकास व वीसी सेक्शन के कुछ कर्मचारी हमेशा उसके निशाने पर रहते थे. वे इन तीनों सेक्शन के कर्मचारियों के साथ कई बार मारपीट भी कर चुका है, लेकिन डर के मारे किसी ने आज तक इसकी शिकायत थाने में नहीं की. चर्चा यह भी है कि विवि में वर्चस्व को कायम रखने के लिए हत्या कर दहशत फैलाया गया है. ताकि कोई विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा सके.

बताया जाता है कि अनिल ओझा से एक पखवाड़ा पहले इंजीनियरिंग सेक्शन के सहायक कुलसचिव से किसी विवाद को लेकर विवाद भी हुआ था जिसमें र्दुव्‍यवहार करने की बात भी सामने आयी थी. वहीं एक अभियंता को जान से मारने की धमकी दिये जाने की भी चर्चा रही. अनिल का खौफ विवि कर्मियों व अधिकारियों पर इतना अधिक है कि किसी के साथ भी र्दुव्‍यवहार व दबंगता दिखाने के बाद भी कोई पुलिस में शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुट पाता है. कारण यह भी बताया जा रहा है कि अनिल पर कई केस दर्ज है लेकिन पुलिस हाथ नही डालती है. इस कारण अनिल लगातार इंजीनियरिंग सेक्शन पर अपना वर्चस्व कायम रखते हुए अपने मातहतों को कोई भी टेंडर दिलाने में सफल रहता है.

बाहुबली नेता का भी है संरक्षण प्राप्त
जेल में बंद एक बाहुबली नेता का भी संरक्षण अनिल ओझा को प्राप्त होने की बात चर्चा में है. इस कारण अनिल ओझा की दबंगता और भी अधिक बढ़ गयी है. बताया जाता है कि ठेकेदारी में उक्त बाहुबली को भी कुछ हिस्सा मिलता है. जिसके कारण अनिल ओझा पर कोई हाथ डालने की हिम्मत नहीं जुट पा रहा है. हालांकि जेल में बंद बाहुबली का प्रभाव वर्तमान में और अधिक बढ़ गया है. बाहुबली का प्रभाव ऊंचे स्तर तक पहुंच होने के कारण अब तक पुलिस अनिल पर किसी भी मामले में हाथ नहीं डाल पा रही थी. जिससे उसके ठेकेदारी का धंधा भी खूब चला.

दस लाख मुआवजे की मांग
छात्र जदयू नेता के परिजन को सरकार द्वारा दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए. साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. मांग पूरी नहीं होने पर छात्र जदयू के प्रदेश सचिव प्रभात कुमार आमरण अनशन करेंगे.

वहीं छात्र जदयू प्रशासन से हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग करता है. इधर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि अरविंद कुमार मुकुल ने बैठक कर छात्र नेता शमीम खान के हत्या की तिखी निंदा की है. साथ ही शहर में बढ़ रहे अपराध के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. इन्होंने कहा कि अगर जल्द बढ़ते अपराध को नहीं रोका गया तो यहां अपराधियों साम्राज्य कायम हो जाएगा. मौके पर शैलेंद्र शर्मा, विजय यादव, राहुल कुमार आदि मौजूद थे.

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