गोपियों का प्रेम देख प्रेम भक्ति में डूबे उद्घव
भवानी नगर में चले रहे श्रीमद् भागवत कथा में भक्तों ने किया रसपानवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : भगवानपुर के भवानी नगर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन श्री रामदासाचार्य ने कंस वध की कथा सुनायी. उन्हेांने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण मथुरा में अपने प्रेमी भक्त गोपी की याद में वि ल हो गये […]
भवानी नगर में चले रहे श्रीमद् भागवत कथा में भक्तों ने किया रसपानवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : भगवानपुर के भवानी नगर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन श्री रामदासाचार्य ने कंस वध की कथा सुनायी. उन्हेांने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण मथुरा में अपने प्रेमी भक्त गोपी की याद में वि ल हो गये थे. उन्होंने अपने बाल सखा उद्धव को ब्रज में गोपियों को समझाने के लिए भेजा. ज्ञान की शिक्षा देने के लिए उद्धव गोपियों के पास गये पर गोपियों की विरह व्यथा देख कर वे उन्हें समझा नहीं सके. वे स्वयं प्रेम भक्ति में डूब गये. श्री रामदासाचार्य ने श्रीकृष्ण व रुक्मिणी विवाह की कथा भी सुनायी. उन्होंने कहा कि इस मौके पर महिलाओं ने मंगलगान किया. साथ ही अद्भुत झांकी का भी प्रदर्शन किया गया. सुदामा प्रसंग का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान के पास जाने के लिए सुदामा की पत्नी सुशीला ने प्रेरित किया. वे भिक्षा से मांगी गयी चावल की पोटली उन्हें दी. उसे लेकर सुदामा द्वारिका गये. यहां श्रीकृष्ण ने सुदामा का भरपूर स्वागत किया. इस मौके पर मुकेश व्यास, राम अयोध्या दास, गोगो मेहता, उदय शंकर ठाकुर, श्याम सुंदर ठाकुर, गंगा देवी सहित कई भक्त मौजूद थे.