जनता दरबार से अनुपस्थित अधिकारियों का वेतन बंद

– जनशिकायत के निष्पादन नहीं करने वाले चार सीओ पर कार्रवाई – जनता दरबार में उमड़ी भीड़, 275 मामले की हुई सुनवाई – कार्य में सुधार लाने की दी नसीहत – जनता दरबार में दूसरे पाली में अधिकारियों की ली गयी हाजिरी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : जन शिकायत के निष्पादन में लापरवाही बरतने वाले आधा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2015 1:02 AM

– जनशिकायत के निष्पादन नहीं करने वाले चार सीओ पर कार्रवाई – जनता दरबार में उमड़ी भीड़, 275 मामले की हुई सुनवाई – कार्य में सुधार लाने की दी नसीहत – जनता दरबार में दूसरे पाली में अधिकारियों की ली गयी हाजिरी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : जन शिकायत के निष्पादन में लापरवाही बरतने वाले आधा दर्जन से अधिकारियों का डीएम अनुपम कुमार ने वेतन बंद करते हुए जवाब – तलब किया है. वही बिना सूचना के जनता दरबार अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई. दरअसल जनता दरबार में जब दूसरे पाली में अधिकारियों की उपस्थिति बनवायी गयी तो कई अधिकारी गायब मिले. इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए उनका वेतन अगले आदेश तक बंद करते हुए स्पष्टीकरण देने को कहा. इधर बार – बार स्मार के बाद भी मामलों का समय पर रिपोर्ट नहीं देने पर दो पदाधिकारी पर प्रपत्र क गठित करने व विभागीय कार्रवाई चलाने का आदेश भी दिया गया. जिन पदाधिकारियों का वेतन बंद किया है. उनमें अंचलाधिकारी मुशहरी, साहेबगंज, बोचहां, कुढ़नी, कटरा व मीनापुर के साथ बीडीओ मुशहरी शामिल है. जनता दरबार में कुल 275 मामले की सुनवाई हुई. इसमें 101 नये 0 174 पुराने मामले थे. सुनवाई में उपविकास आयुक्त कंवल तनुज, अपर समाहर्ता आपदा भानू प्रताप सिंह, डीटीओ मनन राम, आपूर्ति पदाधिकारी हरिनरायण पासवान, सिविल सर्जन के साथ जन शिकायत कोषांग के वरीय प्रभारी विश्व मोहन मिश्र व डीपीआरओ नागेंद्र गुप्ता उपस्थित थे.

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