गुड़िया को मिले इंसाफ
मुजफ्फरपुर: देश में कहीं भी लड़कियों व महिलाओं को अस्मिता बचाना मुश्किल है. न तो एनडीए सरकार में लड़कियां सुरक्षित है न यूपीए सरकार में. महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर भाकपा माले ने बुधवार को प्रतिवाद मार्च निकाला. इस दौरान कार्यकर्ता गैंगरेप की शिकार गुड़िया के लिए इंसाफ की मांग कर रहे थे. प्रतिवाद […]
मुजफ्फरपुर: देश में कहीं भी लड़कियों व महिलाओं को अस्मिता बचाना मुश्किल है. न तो एनडीए सरकार में लड़कियां सुरक्षित है न यूपीए सरकार में. महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर भाकपा माले ने बुधवार को प्रतिवाद मार्च निकाला.
इस दौरान कार्यकर्ता गैंगरेप की शिकार गुड़िया के लिए इंसाफ की मांग कर रहे थे. प्रतिवाद मार्च के दौरान कार्यकर्ता दोनों सरकार के नेताओं को भी जमकर कोस रहे थे. प्रतिवाद मार्च हरिसभा चौक स्थित पार्टी कार्यालय से निकल मोतीझील, तिलक मैदान रोड, सरैयागंज टावर, सरैयागंज चौक, पुरानी बाजार के रास्ते होते हुए छोटी कल्याणी पहुंचा.
प्रतिवाद मार्च में जिला सचिव शत्रुघ्न सहनी, ऐपवा की जिलाध्यक्ष शारदा देवी, सचिव शीला देवी, निर्मला सिंह, प्रमिला देवी, मीरा ठाकुर, रामबली मेहता, विश्वनाथ ठाकुर ने अपने विचार रखे. उनलोगों ने कहा कि लड़कियों के साथ लगातार घटनाएं घट रही है, लेकिन सरकार कु छ नहीं कर रही है.
नेताओं ने दिल्ली गैंप रेप की शिकार पांच वर्षीय गुड़िया व सकरा में होली के दौरान महादलित महिला अकली देवी के गैंपरेप के बाद हत्या के बाद भी हत्यारोपित पर कार्रवाई नहीं हुई. नेताओं का कहना था अपराधियों व बालात्कारियों को संरक्षण दिया जा रहा है. ऐपवा के जिला अध्यक्ष शारदा देवी व सचिव शीला देवी ने कहा कि घर में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.