कुलसचिव का सुझाव दरकिनार, परीक्षा बोर्ड लेगा फैसला

मुजफ्फरपुर : विवि प्रशासन ने वर्ष 2014 से होने वाली तमाम परीक्षाओं की कॉपी लोक सूचना अधिकार के तहत अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. यह पिछले साल दिसंबर में हुई स्नातक पार्ट टू परीक्षा से लागू होगा. इसके लिए परीक्षकों को विशेष निर्देश भी दिये गये थे, लेकिन कॉपी के शुल्क को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2015 10:43 AM
मुजफ्फरपुर : विवि प्रशासन ने वर्ष 2014 से होने वाली तमाम परीक्षाओं की कॉपी लोक सूचना अधिकार के तहत अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. यह पिछले साल दिसंबर में हुई स्नातक पार्ट टू परीक्षा से लागू होगा. इसके लिए परीक्षकों को विशेष निर्देश भी दिये गये थे, लेकिन कॉपी के शुल्क को लेकर विवि प्रशासन आज भी असमंजस में है. करीब ढ़ाई माह पूर्व कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने शुल्क निर्धारण की जिम्मेदारी कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला को दी थी.
अब जब उन्होंने प्रत्येक कॉपी के लिए दो सौ रुपये लेने का सुझाव दिया है, तो परीक्षा विभाग आपत्ति जता दी है. अब इस मामले में फैसला परीक्षा बोर्ड में लिया जायेगा. बैठक इसी सप्ताह होने की उम्मीद है. यह तीसरा मौका होगा, जब शुल्क निर्धारण का मामला परीक्षा बोर्ड में रखा जायेगा.
पहली बार जब मामला परीक्षा बोर्ड में गया तो कॉपी की शुल्क एक हजार रुपये निर्धारित की गयी थी. विरोध के बाद दूसरी बार परीक्षा बोर्ड की बैठक हुई. इसमें पहले निर्णय को वापस ले लिया गया व शुल्क निर्धारण की जिम्मेदारी तीन सदस्यीय कमेटी को दी गयी. बाद में कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने यह जिम्मेदारी कुलसचिव को सौंप दी. दिसंबर माह में ही कुलसचिव ने प्रति कॉपी दो सौ रुपये शुल्क लिये जाने का सुझाव दिया था.

Next Article

Exit mobile version