फंड की कमी से विवि में नैक की तैयारी अधूरी
फोटो :: विवि का लोगो- मदद के लिए सरकार से लगा सकती है गुहारसंवाददाता, मुजफ्फरपुरबीआरए बिहार विवि का नैक मूल्यांकन अप्रैल में होना है. इसके लिए ढ़ेर सारी तैयारियां करनी है. लेकिन फिलहाल विवि प्रशासन फंड की कमी से जूझ रहा है. फंड नहीं होने के कारण न तो पीजी विभागों सहित तेरह भवनों का […]
फोटो :: विवि का लोगो- मदद के लिए सरकार से लगा सकती है गुहारसंवाददाता, मुजफ्फरपुरबीआरए बिहार विवि का नैक मूल्यांकन अप्रैल में होना है. इसके लिए ढ़ेर सारी तैयारियां करनी है. लेकिन फिलहाल विवि प्रशासन फंड की कमी से जूझ रहा है. फंड नहीं होने के कारण न तो पीजी विभागों सहित तेरह भवनों का जीर्णोद्धार कार्य लटका है, बल्कि विभागों में राष्ट्रीय सेमिनार का भी आयोजन नहीं हो पा रहा है. कुलपति डॉ पंडित पलांडे को राज्य सरकार से फंड मिलने की उम्मीद थी, वो अभी तक पूरा नहीं हो सका है. कॉलेजों ने भी वोकेशनल कोर्स के फंड से पैसे देने से इनकार कर दिया है. फिलहाल विवि प्रशासन परीक्षा मद से मिले डेढ़ करोड़ रुपये व डिस्टेंस से मिले तीन करोड़ रुपये उधार की मदद से भवनों के जीर्णोद्धार की योजना बना रही है. इसके लिए इंजीनियरिंग सेक्शन टेंडर की शर्तों को अंतिम रू प दे रही है. लेकिन उधार में मिली इस राशि से कार्य पूरा होना मुश्किल है. ऐसे में खुद कुलपति राज्य सरकार के अधिकारियों के संपर्क में है. जानकारी के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग ने 19 फरवरी को सभी सरकारी विश्वविद्यायों व अंगीभूत कॉलेजों के नैक कॉर्डिनेटर व नोडल पदाधिकारी की बैठक बुलायी है. विवि की ओर से विकास अधिकारी डॉ कल्याण कुमार झा इसमें हिस्सा लेंगे. सूत्रों की मानें तो बैठक में वे विवि में फंड की कमी का मामला उठा सकते हैं.