शव मिलने पर भड़का गुस्सा पांच घंटे जाम रहा दादर पुल

मुजफ्फरपुर: अहियापुर थाना क्षेत्र के दादर पुल के पास एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गयी. मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी. भीड़ में शामिल शेखपुर मोहल्ला निवासी राजेश पासवान की पत्नी चिंता देवी ने शव की पहचान अपने मामा महेश पासवान के रूप में की. इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2015 9:05 AM
मुजफ्फरपुर: अहियापुर थाना क्षेत्र के दादर पुल के पास एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गयी. मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी. भीड़ में शामिल शेखपुर मोहल्ला निवासी राजेश पासवान की पत्नी चिंता देवी ने शव की पहचान अपने मामा महेश पासवान के रूप में की.

इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने मुआवजा की मांग को लेकर बैरिया-जीरो माइल रोड स्थित दादर पुल को जाम कर दिया. करीब पांच घंटे बाद मुआवजा मिलने पर लोगों ने जाम हटाया. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम एसकेएमसीएच में कराया गया. चिंता देवी का बयान दर्ज कर परिजनों को शव सौंप दिया गया.

बतायाजाता है कि मंगलवार की सुबह करीब छह बजे दादर पुल के नीचे स्थानीय मछुआरों ने एक शव को पानी में उपलाते थे. इसकी सूचना अहियापुर पुलिस को दी गयी. इस बीच मछुआरों ने शव को नदी से निकाल कर किनार लाया. वहां सैकड़ों की भीड़ जुट गयी. इसी भीड़ में शामिल चिंता देवी ने शव को पहचान लिया. वह रोने-बिलखने लगी. उसने अपने पति राजेश को इसकी जानकारी दी. इसके बाद मृतक की पत्नी शीला देवी व कौशल्या देवी मौके पर पहुंचीं.

लेकिन उन्होंने पति का शव लेने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि मेरे पति को किसी ने नदी में डूबा कर मार दिया है. पुलिस उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करे.

शहर भी हुआ प्रभावित. दादर पुल के जाम होने से पुल के दोनों छोर पर वाहनों की कतार लग गयी. एक ओर यह कतार बैरिया गोलंबर-चांदनी चौक तक पहुंच गयी. इससे भगवानपुर-चांदनी चौक, बैरिया-लक्ष्मी चौक व बैरिया-पुरानी मोतिहारी रोड पर आवागमन प्रभावित हुआ. दूसरी जीरो माइल गोलंबर होते हुए दरभंगा व सीतामढ़ी मार्ग भी आवागमन प्रभावित हो गया. इसके बाद राहगीर जीरो माइल-अखाड़ा घाट मार्ग से निकलने लगे. इससे इस मार्ग पर अत्यधिक लोड होने की वजह से सरैयागंज-अखाड़ा घाट मार्ग पर ट्रैफिक धीमा रहा.
खुद निकाला शव, जीरो माइल चौक पर लिया मुआवजा का पैसा. मुखिया व पंचायत सचिव के समझाने बुझाने पर परिजन शव को नदी किनार से ले जाने के लिए तैयार हुए. जब शव को निकालने के लिए पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचा, तो परिजनों ने रोक दिया व शव खुद से निकाल कर बाहर लाये. इसके बाद शव को जीरो चौक पर रखा. वहां फिर से मुआवजा नहीं मिलने को लेकर हंगामा करने लगा. साथ ही आते-जाते बाइक पर लाठी से वार करने लगे. चौक पर आधा घंटा के मशक्कत के बाद पारिवारिक लाभ योजना के तहत बीस हजार व कबीर अंत्येष्टी योजना के तहत तीन हजार रुपये मुआवजा के तौर पर लिया व शव का पोस्टमार्टम कराया.

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