शर्तों के साथ वीके जायसवाल व संतोष कुमार बने विभागाध्यक्ष

फोटो :: विवि का लोगो- लीगल ओपिनियन लेने व उसके आधार पर फैसला लेने तक प्रभावी रहेगा आदेश- मामला बॉटनी व जूलॉजी विभागाध्यक्ष का- वरीयता को लेकर जारी है जींचसंवाददाता, मुजफ्फरपुरबीआरए बिहार विवि में वरीयता को लेकर जारी जिच के बीच बॉटनी व जूलॉजी विभाग के नये अध्यक्ष की अधिसूचना जारी कर दी गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2015 8:03 PM

फोटो :: विवि का लोगो- लीगल ओपिनियन लेने व उसके आधार पर फैसला लेने तक प्रभावी रहेगा आदेश- मामला बॉटनी व जूलॉजी विभागाध्यक्ष का- वरीयता को लेकर जारी है जींचसंवाददाता, मुजफ्फरपुरबीआरए बिहार विवि में वरीयता को लेकर जारी जिच के बीच बॉटनी व जूलॉजी विभाग के नये अध्यक्ष की अधिसूचना जारी कर दी गयी है. विवि समन्वयक डॉ विजय कुमार जायसवाल को जूलॉजी व डॉ संतोष कुमार को बॉटनी विभाग का अध्यक्ष बनाया गया है. हालांकि इनकी नियुक्ति शर्तों के साथ हुई है. इसके तहत यह आदेश तब तक प्रभावित रहेगा, जब तक विवि प्रशासन इस मामले में लीगल ओपिनियन लेकर कोई नया फैसला न ले. गौरतलब है कि विवि पीजी विभाग में नये विभागाध्यक्ष की नियुक्ति वरीयता के आधार पर होती है, लेकिन दोनों विभागों में इसको लेकर जिच फंसा है. बॉटनी विभाग में आरपीएस कॉलेज जैतपुर के डॉ मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने डॉ संतोष कुमार से सीनियर होने का दावा ठोका है. उनके अनुसार लेक्चरर के रू प में उनकी बहाली 1974 में हुई है, जबकि डॉ संतोष कुमार 1977 में लेक्चरर बने थे. इधर, डॉ संतोष का दावा है कि डॉ मुक्तेश्वर की लेक्चरर के रू प में नियुक्ति संबद्ध कॉलेज में हुई थी, जबकि उनकी अंगीभूत कॉलेज में. ऐसे में राजभवन के आदेशानुसार उन दोनों के बीच वरीयता की तुलना नहीं की जा सकती. वहीं जूलॉजी विभागाध्यक्ष के लिए टीपी वर्मा कॉलेज नरकटियागंज के डॉ सफल कुमार मिश्र ने दावा ठोक रखा है.

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