अब कंम्पयूटर खोज लेगा डुप्लीकेट वोटर
– चुनाव आयोग ने सॉफ्टवेयर को किया लांच – नाम हटाने के लिए नहीं भरना होगा प्रपत्र सात – राज्य के किसी कोने में नहीं जुड़वा सकते दुबारा नाम उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : मतदाता सूची से डुप्लीकेट वोटर के नाम हटाने में अधिक माथा पच्ची नहीं करना पड़ेगा. निर्वाचन आयोग ने ऐसा सॉप्टवेयर तैयार किया […]
– चुनाव आयोग ने सॉफ्टवेयर को किया लांच – नाम हटाने के लिए नहीं भरना होगा प्रपत्र सात – राज्य के किसी कोने में नहीं जुड़वा सकते दुबारा नाम उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : मतदाता सूची से डुप्लीकेट वोटर के नाम हटाने में अधिक माथा पच्ची नहीं करना पड़ेगा. निर्वाचन आयोग ने ऐसा सॉप्टवेयर तैयार किया है. जिससे वोटर के नाम पता डालते ही उनका पूरा बायोडाटा सामने आ जायेगा. एक से अधिक स्थानों पर नाम जुड़वाने वाले मतदाता पूरा रिकार्ड सामने आ जायेगा.बिना प्रपत्र सात भरे ही दोहरी प्रविष्टि या डुप्लीकेट वोटर के नाम सूची से हटाया जा सकता है. मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए विधान सभा , लोक सभा के बाद राज्य स्तर पर सूची को खंगाला जायेगा. मतलब अगर कोई व्यक्ति सूबे के किसी अन्य जिले में वोटर है तो उनका पता भी आसानी से लग जायेगा. डी डुप्लीकेशन नाम के इस सॉप्टवेयर में वोटर के पता , पिता का नाम, नाम व बूथ नंबर इंट्री करने पर प्रपत्र सात खुल जायेगा. इसके बाद वोटर का विवरणी मिल जायेगा. निर्वाचन आयोग ने विधान सभा चुनाव के पूर्व डुप्लीकेट वोटर के नाम हटाने की प्रक्रिया शुरु करने का निर्देश दिया है. राज्य में 6 1081 वोटर का नाम दो या दो से अधिक स्थान पर दर्ज है. मुजफ्फरपुर में एक से अधिक स्थान पर 28 हजार 933 वोटर का नाम है. करीब 20 हजार वोटर का एक आइडी पर दो इपिक निर्गत किया गया है. ऐसे मतदाता का इपिक रद्द कर नया वोटर आई कार्ड निर्गत किया जायेगा.