बच्चों को दें पुराण व रामायण की शिक्षा
गायघाट. जब रसाकार जीवात्मा व रस रूपी परमात्मा का मिलन होता है तो ऐसी घड़ी को महारास कहते हैं. भगवान की रासलीला में भगवान शंकर भी गोपी का रूप धारण कर आते हैं. इसलिए शिव का नाम गोपेश्वर नाथ पड़ा, उक्त बातें पांचवें दिन केवटसा ब्रह्म स्थान भागवत कथा में प्रवचन के दौरान बाल व्यास […]
गायघाट. जब रसाकार जीवात्मा व रस रूपी परमात्मा का मिलन होता है तो ऐसी घड़ी को महारास कहते हैं. भगवान की रासलीला में भगवान शंकर भी गोपी का रूप धारण कर आते हैं. इसलिए शिव का नाम गोपेश्वर नाथ पड़ा, उक्त बातें पांचवें दिन केवटसा ब्रह्म स्थान भागवत कथा में प्रवचन के दौरान बाल व्यास ओम प्रकाश शास्त्री ने कही. बाल व्यास ने बताया कि भगवान ने अभिमानी कंस को मारकर धर्म की रक्षा की, प्रपंच को मारकर सत्य की स्थापना की. बाल व्यास ने कहा कि इस संसार का नाम दुखालय है. दुख के घर में सुख ढूंढ़ना है तो परमात्मा के शरण में जाना चाहिए. बालक यदि अपराध करता है तो यह दोष अभिभावक का है. क्योंकि हमने बालक को ऐसा संस्कार नहीं दिया कि वह अपराध नहीं करे. इसलिए बच्चों को पुराण व रामायण की शिक्षा दी जानी चाहिए. कथा के दौरान कृष्ण विवाह व महारास की मनोहारी झांकी की प्रस्तुति की गयी. विधान परिषद चुनाव में वार्ड सदस्य संघ के प्रदेश अध्यक्ष को प्रत्याशी बनाने का निर्णय गायघाट. बिहार विधान परिषद् चुनाव को लेकर परिवर्तनकारी वार्ड सदस्य संघ की बैठक प्रखंड मुख्यालय पर नागेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार को वार्ड सदस्य संघ विधान परिषद् में अपना प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया गया. विजय कुमार ने कहा कि 12 वर्षों से पंचायतीराज पंचायत जनप्रतिनिधियों के ईमान का सौदा करने वाले नेताओं को संघ व उसके समर्पित साथियों के बदौलत सदन से सड़क पर लायेंगे. मौके पर राजीव कुमार, विनय राय, जयप्रकाश सहनी, नूतन देवी आदि ने भी संबोधित किया.