मुजफ्फरपुर: छात्र नेता शमीम खान की हत्या मामले में संदेह के आधार पर डय़ूक व पीजी हॉस्टल के तीन छात्रों से पुलिसिया पूछताछ के विरोध में दर्जनों छात्र सड़क पर उतर आये हैं. सोमवार को करीब पांच दर्जन छात्रों ने इसके खिलाफ विवि कैंपस में जम कर प्रदर्शन किया. इसमें डय़ूक व पीजी हॉस्टल के छात्र भी शामिल थे. आक्रोशित छात्रों ने इस दौरान कुलपति कार्यालय का गेट भी तोड़ दिया. यही नहीं उन लोगों ने कर्मचारियों को उनके कार्यालय से निकाल कर जबरन विवि को बंद करा दिया. छात्रों का गुस्सा यहीं नहीं थमा.
छात्रों ने विवि कैंपस स्थित डाकघर की शाखा पर मौजूद कर्मचारियों व लोगों को भी जबरन लौटा दिया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप था कि पुलिस छात्र नेत
शमीम खान के असली हत्यारों को पकड़ने में नाकाम रही है. ऐसे में अपनी गलती छुपाने के लिए वह जानबूझ कर निदरेष छात्रों को अपना निशाना बना रही है. उसका मकसद हत्या की गुत्थी सुलझाना नहीं, बल्कि लोगों का यह दिखाना है कि वह कार्रवाई कर रही है. वे लोग असली हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विवि प्रशासन पर भी जम कर निशाना साधा.
प्रदर्शन में शामिल एलएस कॉलेज छात्र जदयू के अध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ मंटू ठाकुर ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन अपराधी तत्व के लोगों को संरक्षण देता है. उन्होंने विवि प्रशासन से उन सभी ठेकों को रद्द करने की मांग की, जो छात्र नेता की हत्या में नामजद अभियुक्त अनिल ओझा के पास है. ऐसा नहीं होने पर छात्रों ने आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी.
छात्र नेता शमीम खान की हत्या के मामले में पुलिस ने शनिवार की देर रात डय़ूूक व पीजी ब्वॉयज हॉस्टल से अमित कुमार, सुजीत कुमार व अभिषेक कुमार नाम के तीन छात्रों को हिरासत में ले लिया था. पुलिस को शक था कि ये तीनों से हत्या के मामले में अहम सुराग मिल सकते हैं. पुलिस तीनों छात्रों को लेकर नगर थाना पूछताछ के लिए ले गयी. दर्जनों की संख्या में छात्र नगर थाना पहुंचे व छात्रों को हिरासत में लिये जाने का विरोध किया.पूछताछ के बाद तीनों छात्रों को शनिवार की देर रात ही रिहा कर दिया.