अब छह माह तक नहीं खराब होगा सूधा का दूध
मुजफ्फरपुर: अब दूध छह महीने तक सुरक्षित रहेगा. कोई भी खास मौके पर अगर दूध की किल्लत का डर हो तो पहले ही खरीद कर रखा जा सकता है. ताकि उचित मौके पर दूध के लिए मायूस नहीं होना पड़े. इस दूध को वैशाली पाटलीपुत्र मिल्क यूनियन की बिहार शरीफ शाखा ने रिसर्च के बाद […]
मुजफ्फरपुर: अब दूध छह महीने तक सुरक्षित रहेगा. कोई भी खास मौके पर अगर दूध की किल्लत का डर हो तो पहले ही खरीद कर रखा जा सकता है. ताकि उचित मौके पर दूध के लिए मायूस नहीं होना पड़े. इस दूध को वैशाली पाटलीपुत्र मिल्क यूनियन की बिहार शरीफ शाखा ने रिसर्च के बाद मार्केट में उतारा है. दो पैक को मार्केट में लांच किया है. एकलेस्टर दूध को तीन महीने तक सुरक्षित रखा जा सकता है. इसकी कीमत सामान्य दूध की अपेक्षा छह रुपये अधिक है, जबकि टेट्रा पैक की आयु छह महीने तक है. इसकी कीमत करीब 50 रुपये किलोग्राम है.
तिमुल इस दूध को एक सप्ताह में तीन से पांच हजार लीटर उपभोक्ताओं के बीच भेज रहा है. मार्केट में इस दूध की बिक्री हर दिन दो हजार लीटर है. हालांकि इस दूध की कीमत सामान्य दूध से अधिक है. यह सुरक्षा व अन्य पैकिंग सामग्री में खर्च होने के कारण कीमत अधिक रखा गया है.
तिमुल के प्रबंध निदेशक विजय कुमार ने बताया कि दोनों दूध काफी बेहतर है. दूध से जुड़ी हर सामग्री बनाया जा सकता है. इस दूध को पहले स्टरलाइज किया जाता है, जिससे शून्य वैक्टेरिया युक्त दूध बन जाता है. इसकी पैकिंग मैटेरियल भी कुछ अलग है, जिसमें यह उत्पाद अधिक दिनों तक सुरक्षित रह सकता है. दूध के पैकेट में अगर छेड़छाड़ नहीं हो तो यह आसानी से कहीं भी रखा जा सकता है. इतने दिनों तक दूध को सुरक्षित रखना ही बहुत बड़ी बात है. इस दूध से व्यंजन बनाने से संबंधित कोई भी काम किया जा सकता है.