मुजफ्फरपुर: छात्र नेता शमीम हत्याकांड में वार्ड 26 के पार्षद संजय पासवान की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है. उसकी तलाश में पुलिस ने मीनापुर के उसके एक रिश्तेदार के यहां भी छापेमारी की, लेकिन पार्षद का सुराग हाथ नहीं लगा. बताया जाता है कि घटना के बाद विवि परिसर स्थित कम्युनिटी हॉल से पुलिस ने वार्ड पार्षद की होंडा साइन बाइक बरामद की थी. वही दूसरी बाइक अनिल ओझा की बतायी जाती है.
हत्याकांड में संजय पासवान की भूमिका की भी पुलिस गहराई से जांच कर रही है. बताया जाता है कि घटना के समय पार्षद कई सहयोगियों के साथ कम्युनिटी हॉल में दारू पी रहा था. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी पैदल ही फरार हो गये थे. इधर, छात्र नेता की हत्या में शामिल सभी अपराधियों की पहचान कर ली गयी है. पुलिस अनिल ओझा के सहयोगी बबन देव की तलाश में उसके समस्तीपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बरहेता गांव में कई बार छापेमारी कर चुकी है. बताया जाता है कि बबन देव की अनिल से कई साल पुरानी दोस्ती है.
गन्नीपुर में मोहल्ले में बबन देव कई साल तक किराये के मकान में रहा है. वही उसके पिता झारखंड राज्य के लातेहार में कई साल बीडीओ के पद पर पदस्थापित थे. पुलिस ने बबन के छोटे भाई रजनीश से भी लंबी पूछताछ की थी. यहां बता दें कि सोमवार को पुलिस ने रोशन को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वही उसके ड्राइवर सुजीत दास ने नगर थाने में पूछताछ की जा रही है.
मैदापुर में छापेमारी
अनिल ओझा व उसके सहयोगियों की तलाश में मंगलवार को तुर्की व सदर थाना क्षेत्र के बॉर्डर पर स्थित मैदापुर गांव सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की गयी. एसएसपी सौरभ कुमार ने बताया कि अनिल की तलाश में कई टीम काम कर रही है. इस मामले में रोशन गिरफ्तार हो चुका है. वही शिवेंद्र ने आत्मसर्मपण किया है.
छात्र नेता की हत्या में आत्मसमर्पण
विवि परिसर में एक अगस्त को की गयी शमीम के हत्या में मंगलवार को पुलिस की दबिश बढ़ने पर खबड़ा निवासी शिवेंद्र पराशर ने सीजेएम कोर्ट में आत्मसर्मपण कर दिया. वही शिवेंद्र की ओर से जमानत की अर्जी भी दायर की गयी है. आवेदन में बताया गया है कि वह एलएस कॉलेज में बीए पार्ट वन का छात्र है. उसकी जन्मतिथि 11 दिसंबर 1995 है. उसके पिता एक राष्ट्रीय पार्टी के सक्रिय सदस्य है. सीजेएम ने उसके उम्र को देखते हुए पूरे मामले को बाल न्यायालय को भेज दिया है. इधर, अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आयी है कि घटना को अंजाम देने के समय अनिल ओझा व राम कुमार समेत पांच लोगों के शामिल होने की बात सामने आयी थी. रहीम खान ने दो नामजद व तीन अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. वही पुलिस ने इन दोनों के साथ ही बबन देव, शिवेंद्र व शंभू सिंह सहित कई अन्य को चिह्ति किया है.