विद्यालय अधिग्रहण निर्णय वापस लेने पर सड़क पर उतरे शिक्षक

फोटो है…- मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का जलाया पुतला संवाददाता, मुजफ्फरपुर अपनी मांगों को लेकर बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ का क्रमबद्ध आंदोलन तेज हो गया है. शुक्रवार को महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने समाहरणालय के गेट पर शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया. जमकर नारेबाजी की गयी. शिक्षकों का कहना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2015 11:02 PM

फोटो है…- मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का जलाया पुतला संवाददाता, मुजफ्फरपुर अपनी मांगों को लेकर बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ का क्रमबद्ध आंदोलन तेज हो गया है. शुक्रवार को महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने समाहरणालय के गेट पर शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया. जमकर नारेबाजी की गयी. शिक्षकों का कहना था कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा वित्त रहित माध्यमिक विद्यालयों के अधिग्रहण एवं नियोजित वेतन देने की घोषणा की गयी. इस फैसले को वर्तमान मुख्यमंत्री ने निरस्त कर दिया गया है. इसके विरोध में उन्हें आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ा है. संघ के सचिव राम बाबू राय ने कहा कि वित्त अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों को पंचायत में अधिग्रहण करने के कानून को स्थापित करते हुए कार्यरत शिक्षाकर्मियों को नियोजित शिक्षक का दर्जा दिया जाये. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के फैसले को लागू किया जाये. ऐसा होने से आठ हजार शिक्षा कर्मियों की समस्याएं दूर हो जायेगी. बताया गया कि आकड़ों के अनुसार, 715 वित्त अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों को पंचायतों में चयन करने के बाद लगभग 2500 माध्यमिक विद्यालयों की आवश्यता होगी. मांगों पूरी नहीं हुईं तो 19 मार्च को विधान मंडल के समक्ष शिक्षक झाड़ू लगा कर मंत्रिमंडल के सदस्यों को बाहर निकालने का संकल्प लेंगे. प्रदर्शन के दौरान संघ के अध्यक्ष मोहम्मद सलाउद्दीन, राजीव लोचन कुमार, महेश सिंह, अशोक कुमार सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे.

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