डिजिटल मैपिंग के लिए विवि ने नहीं भेजी सूचना
फोटो :: विवि का लोगो- यूजीसी ने जतायी आपत्ति- सूचना अविलंब उपलब्ध कराने के लिए लिखा पत्रसंवाददाता, मुजफ्फरपुरकेंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘डिजिटल इंडिया’ के तहत देश के तमाम विश्वविद्यालयों का डिजिटल मैप तैयार किया जाना है. इसके लिए यूजीसी ने देश के सभी विश्वविद्यालयों से उनके यहां उपलब्ध ऑप्टिकल फाइबर, लैन व वाइ-फाइ सुविधा […]
फोटो :: विवि का लोगो- यूजीसी ने जतायी आपत्ति- सूचना अविलंब उपलब्ध कराने के लिए लिखा पत्रसंवाददाता, मुजफ्फरपुरकेंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘डिजिटल इंडिया’ के तहत देश के तमाम विश्वविद्यालयों का डिजिटल मैप तैयार किया जाना है. इसके लिए यूजीसी ने देश के सभी विश्वविद्यालयों से उनके यहां उपलब्ध ऑप्टिकल फाइबर, लैन व वाइ-फाइ सुविधा के बारे में जानकारी मांगी थी. लेकिन अधिकांश विश्वविद्यालयों ने फिलहाल इसमें रुचि नहीं दिखायी है, जिसके कारण यह योजना अधर में है. ऐसे में यूजीसी ने एक बार फिर बीआरए बिहार विवि सहित देश के सभी 365 विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र लिख कर मांगी गयी सूचना अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. विश्वविद्यालयों के डिजिटल मैप तैयार करने का मकसद उन सभी को इंटरनेट के माध्यम से एक-दूसरे से जोड़ना है. इसके लिए यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों से कुल जमीन, कैंपस में भवनों की संख्या, छात्र व शिक्षकों की संख्या, विश्वविद्यालय में ऑप्टिकल फाइबर बिछा है अथवा नहीं, लैन की सुविधा उपलब्ध है या नहीं जैसी जानकारियां मांगी थी. इसके लिए सर्वप्रथम बीते साल 29 दिसंबर को, फिर इस साल 12 फरवरी को पत्र लिखा गया था. लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ है. विकास अधिकारी डॉ कल्याण कुमार झा ने बताया कि संबंधित जानकारी इकट्ठी करने में थोड़ा विलंब हुआ है, लेकिन एक सप्ताह के भीतर तमाम सूचनाएं यूजीसी को भेज दी जायेगी.