लोग एक बार विधायक व सांसद बनने पर हो जाते हैं मालामाल

बॉक्स उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरपूर्व मुख्यमंत्री ने धन्नासेठ विधायक व सासंद पर चुटकी लेते हुए कहा कि वैसे तो मैं राजनीति में 1980 से सक्रिय हूं, लेकिन आज के संदर्भ में कुशल राजनीतिज्ञ नहीं हूं. अब तो एक टर्म विधायक व सांसद बनने पर लोग मालामाल हो जाते हैं. जनता की सेवा के बदले लोग अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2015 10:03 PM

बॉक्स उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरपूर्व मुख्यमंत्री ने धन्नासेठ विधायक व सासंद पर चुटकी लेते हुए कहा कि वैसे तो मैं राजनीति में 1980 से सक्रिय हूं, लेकिन आज के संदर्भ में कुशल राजनीतिज्ञ नहीं हूं. अब तो एक टर्म विधायक व सांसद बनने पर लोग मालामाल हो जाते हैं. जनता की सेवा के बदले लोग अपने को ठीक करने में लग जाते हैं. लेकिन मैं गरीब का बेटा हूं. सभी वर्ग में गरीब हैं. उनके दर्द को जानता हूं. गरीब गुरबे की हकमारी बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं. सवर्ण वर्ग के गरीब की चर्चा करते हुए कहा, मुझे कहने में हिचक नहीं है कि एससी, एसटी व पिछड़ी जाति की महिला व पुरुष मजदूरी कर पेट भर लेते हैं, लेकिन उच्च वर्ग की महिलाएं व पुरुष मजदूरी करने से अच्छा भूखा रहना पंसद करते हैं. बिहार में अभी भी 90 प्रतिशत लोग गरीब हैं जिनको मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है. समाज में समानता लाने के लिए जनप्रतिनिधि को सोचना पड़ेगा. भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए बड़े संकल्प की जरूरत है. एयर कंडीशन में रह कर गरीबों की दुख को नहीं समझा जा सकता है. यह निराशा की बात है कि अपने को गरीबों का मसीहा कहने वाले लोगों की करनी व कथनी में फर्क है.

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