जीतन राम मांझी लिखने के लिए बनाया था सीएम
नीतीश कुमार ने हमें सीएम बना दिया. लेकिन, मुझे पावर नहीं दिया था. मंत्री बनाने के लिए नेताओं का लिस्ट आता था. मैं लिस्ट के नीचे जीतन राम मांझी लिख देता था. अधिकारियों के ट्रांसफर व पोस्टिंग के नाम का लिस्ट आता था. लिस्ट के नीचे जीतन राम मांझी लिख देता था. तब मुझे ने […]
नीतीश कुमार ने हमें सीएम बना दिया. लेकिन, मुझे पावर नहीं दिया था. मंत्री बनाने के लिए नेताओं का लिस्ट आता था. मैं लिस्ट के नीचे जीतन राम मांझी लिख देता था. अधिकारियों के ट्रांसफर व पोस्टिंग के नाम का लिस्ट आता था. लिस्ट के नीचे जीतन राम मांझी लिख देता था. तब मुझे ने रबड़ स्टांप व रिमोट कंट्रोल से चलने वाले सीएम होने का आरोप लगने लगा. सबसे अधिक खर्च पथ निर्माण में होता था. हरियाणा के आइएएस हरजीत कौर को विभाग में भेजा. माजरा कुछ और था. वन व पर्यावरण विभाग में भी यही बात थी. ललन सिंह व पीके शाही ने कहा, आप केवल नाम लिखने के लिए हैं. आपको जांच का अधिकार किसने दिया. इसके बाद मैंने काम शुरू किया. 12 दिनों में सबके लिए कुछ न कुछ कर दिया. भले नीतीश को यह अछूत लगे. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पुलिस लाइन मैदान में रैली में अपनी पीड़ा सुना रहे थे.