कैदी पर हमले पर अधिवक्ताओं में आक्रोश
मुजफ्फरपुर : व्यवहार न्यायालय में सोमवार को हुए कैदी पर हमले के बाद सुरक्षा को लेकर अधिवक्ताओं में आक्रोश दिखा. अधिवक्ताओं का कहना था कि कि पेशी के दौरान लाये गये आरोपी की सुरक्षा में लगाये गये सुरक्षाकर्मी मूक दर्शन बनी रही. अपराधी घटना को अंजाम देकर भाग गये. इस घटना पर अधिवक्ताओं में चिंता […]
मुजफ्फरपुर : व्यवहार न्यायालय में सोमवार को हुए कैदी पर हमले के बाद सुरक्षा को लेकर अधिवक्ताओं में आक्रोश दिखा. अधिवक्ताओं का कहना था कि कि पेशी के दौरान लाये गये आरोपी की सुरक्षा में लगाये गये सुरक्षाकर्मी मूक दर्शन बनी रही. अपराधी घटना को अंजाम देकर भाग गये. इस घटना पर अधिवक्ताओं में चिंता थी. यहां प्रस्तुत है बातचीत -उमेश प्रसाद सिंह (सदस्य, स्टेट बार कौंसिल) – यह घटना पूरी तरह पुलिस की विफलता है. न्यायालय की व्यवस्था डीएम व एसपी दुरुस्त करें. जिस स्टेनगन धारी को सुरक्षा में लगाया गया था, उस पर सरकार का हजारों खर्च होता है. उसके सामने अपराधी घटना को अंजाम देकर आराम से चले गये, लेकिन वह पकड़ नहीं सका. शिवमोहन (अध्यक्ष, बार एसोसिएशन) – ने कहा कि दिन दहाड़े न्यायालय परिसर में हमला हुआ वह बहुत ही निंदनीय है. हमलोग सुरक्षा के दृष्टिकोणा से न्यायालय परिसर में सीसीटीवी लगाने व व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित मेन रोड को अतिक्रमण से मुक्त करोन की मांग डीएम से की है. उन्होंने सहयेाग करने का भरोसा दिलाया है.सच्चिदानंद सिंह (महासचिव, बार एसोसिएशन) – न्यायालय परिसर में दिन दहाड़े कैदी पर हमला जिला प्रशासन की विफलता है. हमलोग इलाहाबाद में अधिवक्ता की हत्या के विरोध में हड़ताल पर थे. इसी बीच यह हमला हुआ है. यह सुरक्षा में चूक है. .