स्टैंडिंग की मंजूरी के बाद एमआर कर्मियों की नौकरी होगी पक्की
– महापौर की मंजूरी के बाद सरकार को भेजा गया था अनुमोदन के लिए रोस्टर मुजफ्फरपुर. नगर-निगम के दैनिक वेतन भोगी (मास्टर रोल) कर्मचारियों की सेवा नियमित करने की अंतिम मंजूरी अब निगम का सशक्त स्थायी समिति (स्टैंडिंग) ही देगा. सरकार ने स्टैंडिंग को सक्षम बॉडी माना है. महापौर वर्षा सिंह की मंजूरी के बाद […]
– महापौर की मंजूरी के बाद सरकार को भेजा गया था अनुमोदन के लिए रोस्टर मुजफ्फरपुर. नगर-निगम के दैनिक वेतन भोगी (मास्टर रोल) कर्मचारियों की सेवा नियमित करने की अंतिम मंजूरी अब निगम का सशक्त स्थायी समिति (स्टैंडिंग) ही देगा. सरकार ने स्टैंडिंग को सक्षम बॉडी माना है. महापौर वर्षा सिंह की मंजूरी के बाद नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने नगर विकास एवं आवास विभाग को रोस्टर अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिसे विभाग ने यह कहते हुए लौटा दिया है कि सेवा नियमित करने की शक्ति नगर आयुक्त व निगम के सशक्त स्थायी समिति को है. समिति सक्षम बॉडी है. इसलिए रोस्टर को स्टैंडिंग से ही अनुमोदन कराये. इधर, सरकार से संचिका वापस होने के बाद नगर आयुक्त ने 23 को होने वाली स्टैंडिंग की बैठक में इस प्रस्ताव को शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है. निगम के 11 दिसंबर 1990 के पूर्व बहाल 171 कर्मचारियों की सेवा नियमित को सीधा लाभ मिलेगा. हालांकि, वरीयता सूची को लेकर कर्मचारियों के बीच संशय है. क्योंकि मास्टर रोल कर्मचारियों के सेवा पुस्तिका से संबंधित तीन महत्वपूर्ण संचिका निगम से गायब है. जब तक ये तीनों संचिका मिलता नहीं है, तब तक सेवा नियमित होने के बाद भी कर्मचारियों के बीच वरीयता को लेकर संशय बरकरार रहेगा.