कंपाइल केस की समीक्षा में पटना गया था थानाध्यक्ष
-दो दिनों की ली थी छुट्टी -काजीमोहम्मदपुर थाने में हुई थी पहली पोस्टिंग वरीय संवाददाता,मुजफ्फरपुर: साहेबगंज थानाध्यक्ष नीरज कुमार यादव एक केस की समीक्षा के लिए एडीजी कमजोर वर्ग के कार्यालय में पटना गया था. उसने मंगलवार को दो दिनों की छुट्टी भी ली थी. समीक्षा के बाद लौटने के क्रम में उसकी प्रबोध राय […]
-दो दिनों की ली थी छुट्टी -काजीमोहम्मदपुर थाने में हुई थी पहली पोस्टिंग वरीय संवाददाता,मुजफ्फरपुर: साहेबगंज थानाध्यक्ष नीरज कुमार यादव एक केस की समीक्षा के लिए एडीजी कमजोर वर्ग के कार्यालय में पटना गया था. उसने मंगलवार को दो दिनों की छुट्टी भी ली थी. समीक्षा के बाद लौटने के क्रम में उसकी प्रबोध राय से बातचीत हुई, जिस पर कांटी फैक्टरी मोड़ के पास मिलने का स्थान तय किया गया था. मोड़ के पास ही पूर्व से ही निगरानी टीम घात लगाये थे. रिश्वत की रकम देते हुए उसे दबोच लिया गया था. उसकी गिरफ्तारी के बाद जिले के कई पुलिस पदाधिकारियों के फोन की घंटी बज उठी. कई थानों में था तैनात मुजफ्फरपुर जिले में तैनाती के बाद उसकी पहली पोस्टिंग काजीमोहम्मदपुर थाने में हुई थी. तत्कालीन थानाध्यक्ष बालेश्वर प्रसाद के समय भी उस पर पैसे मांगने का आरोप लगा था. निलंबन की कार्रवाई होने के बाद उसकी नगर थाने में तैनाती की गयी. नगर थाने से ही उसकी पोस्टिंग साहेबगंज थानाध्यक्ष के पद पर की गयी थी. पूर्व में पकड़े जा चुके है थानाध्यक्ष जिले में पूर्व भी तत्कालीन बोचहां थानाध्यक्ष आरपी गुप्ता निगरानी के हत्थे चढ़ चुके है. उसके बाद नीरज पकड़ा गया है. लगातार दो दिनों में दो थानाध्यक्ष की गिरफ्तारी से पुलिस कर्मियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. प्राथमिकी की कॉपी आने पर होगा निलंबित निगरानी के हत्थे चढ़ने के बाद एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र ने बताया कि विजिलेंस टीम से प्राथमिकी की कॉपी मांगी गयी है. कॉपी मिलते ही उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जायेगा.