डीएम बन ठगी करने वाला पकड़ा गया

मुजफ्फरपुर : बिहार पुलिस में सिपाही की नौकरी दिलाने के नाम पर 25 हजार की ठगी करने वाले फर्जी डीएम को जीआरपी ने गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान वैशाली जिले के जंदाहा निवासी रामाकांत झा के रू प में की गयी है. वह आयरुवेद का डॉक्टर है. थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि पूछताछ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2015 7:43 AM
मुजफ्फरपुर : बिहार पुलिस में सिपाही की नौकरी दिलाने के नाम पर 25 हजार की ठगी करने वाले फर्जी डीएम को जीआरपी ने गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान वैशाली जिले के जंदाहा निवासी रामाकांत झा के रू प में की गयी है. वह आयरुवेद का डॉक्टर है. थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि पूछताछ के बाद उसे पश्चिम चंपारण के लौकड़िया थाना भेज दिया गया है.
जानकारी के अनुसार, अंगीरा कुमारी वाल्मीकिनगर के रामपुर चेक नाका की रहने वाली हैं. वह मूल रूप से यूपी के कुशीनगर जिले की हैं. वाल्मीकिनगर में मदनपुर दुर्गा मंदिर की वह पुजारी हैं. उसका कहना था कि 2013 में उसकी जान-पहचान रामाकांत झा से हुई. उसने बताया कि वह पटना का डीएम है. वहीं सचिवालय में कार्यालय है. उसने उसके भाई सुनाल पासवान उर्फ पिंटू को बिहार पुलिस में सिपाही की नौकरी लगाने का झांसा दिया. इस एवज में उसने 25 हजार रुपये की ठगी कर ली.
पैसे लेने के बाद कई माह तक फोन पर बातचीत हुई. उसके बाद उसने फोन उठाना बंद कर दिया. कुछ दिन बाद उसका मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया. बुधवार को अचानक उसने फोन किया तो घंटी बज गयी. तबीयत खराब होने का बहाना कर अंगीरा ने उसे बताया कि वह मुजफ्फरपुर आयी हुई है.
रामाकांत ने उसे इमलीचट्टी के एक होटल में जाने को कहा, लेकिन उसने स्टेशन पर ही मिलने की बात कही. कहा कि पटना से आने में उसे विलंब होगा. वह स्टेशन पर ही रुक गयी. स्टेशन पर गुरुवार को उसे रामाकांत मिल गया. पैसे को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी. इस पर वहां भीड़ जुट गयी. हंगामा होता देख पुलिस को किसी ने सूचना दे दी. सूचना पर थानाध्यक्ष ने दारोगा शंकर राम को मौके पर भेजा. पुलिस को देख रामाकांत भागने लगा. पुलिस ने उसे दबोच कर थाने पर ले आयी. वहां पूछताछ में उसकी पोल खुल गयी. अंगीरा ने बताया कि फर्जी डीएम बता कर उससे 25 हजार की ठगी की गयी थी.
सिम बदल कर करता है बात
ठगी के आरोपित रामाकांत काफी शातिर है. वह सिम बदल-बदल कर बात चीत करता है. उसके पास से पुलिस को पांच सिम भी मिले हैं. अक्सर वह ठगी के बाद मोबाइल बदल लेता था. थानाध्यक्ष ने बताया कि वह खुद को आयरुवेद का चिकित्सक बताता है.
प्रमोशन के नाम ठगे 80 हजार
रामाकांत झा नरकटियागंज जीआरपी थाने का मेस चलाता था. बताया जाता है कि उस दौरान उसने कर्मवीर प्रसाद नाम के सिपाही को दारोगा में प्रमोशन दिलाने के नाम पर 80 हजार रुपये ठग लिये थे. इसके अलावा कई रेल स्टाफ को भी चूना लगा चुका है. उस पर पूर्व से पश्चिम चंपारण जिले में कई मामले दर्ज हैं.

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