बेस कैंप पर सुखारी के नेतृत्व में हुआ था नक्सली हमला
मुजफ्फरपुर: शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के विशंभरपुर गांव में 17 मार्च की देर रात पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर नक्सलियों ने सुखारी महतो उर्फ सुखारी पटेल के नेतृत्व में हमला बोला था. सुखारी की निशानदेही पर विशेष पुलिस टीम ने हमले में शामिल आधा दर्जन नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है. […]
मुजफ्फरपुर: शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के विशंभरपुर गांव में 17 मार्च की देर रात पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर नक्सलियों ने सुखारी महतो उर्फ सुखारी पटेल के नेतृत्व में हमला बोला था. सुखारी की निशानदेही पर विशेष पुलिस टीम ने हमले में शामिल आधा दर्जन नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार की देर रात तक सभी से पूछताछ जारी थी.
सुखारी ने कई अहम खुलासे किये है, जिसके आधार पर मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व शिवहर इलाके के कई गांवों में छापेमारी जारी है. बताया जाता है कि बेस कैंप पर हमले में शिवहर जिले का एरिया कमांडर लालबाबू सहनी उर्फ भाष्कर भी शामिल था. पुलिस ने सुखारी के गांव औरा मलिकाना से सीताराम मांझी उर्फ सीता राम सहनी को भी पकड़ा है.
इन दोनों के साथ बिगन महतो, बिकाऊ महतो व उपेंद्र सहनी की गिरफ्तारी की गयी है. यह सभी शिवहर जिले के ही रहने वाले है. घटना के दिन रात साढ़े ग्यारह बजे के आसपास 30 से 40 की संख्या में हथियारों से लैस नक्सलियों ने प्लांट पर हमला बोला था. मजदूरों को बंधक बना कर आगजनी व फायरिंग की गयी थी. नक्सली कंपनी के मुंशी की तलाश कर रहे थे. उसके नहीं मिलने पर मजदूरों से मारपीट की गयी थी. मुंशी अमरेंद्र के बयान पर तरियानी थाने में मामला दर्ज किया गया था. यहां बता दें कि तरियानी छपरा व सुल्तानपुर के बीच पुल का निर्माण रविंद्र कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है. 15 जनवरी से ही एक करोड़ बीस लाख की लागत से काम शुरू किया गया था.
मांगी थी पांच प्रतिशत लेवी
पुल निर्माण कंपनी से नक्सलियों ने इस्टीमेट का पांच प्रतिशत राशि लेवी के तौर पर मांगी थी. लेवी से इनकार करने पर नक्सलियों ने हमला बोला था. पुलिस का कहना है कि बेस कैंप पर हमले में शामिल पूरे मॉडय़ूल का पता चल गया है. अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.